प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां महिला सशक्तीकरण रैली में कहा, ‘कन्याओं को पढ़ने और बढ़ने के अवसर मिलें, इसलिए केंद्र ने उनके विवाह की आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का प्रयास किया, लेकिन किसको इससे तकलीफ हो रही है, यह सब देख रहे हैं।’ प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला लाभार्थियों के खातों में हजारों करोड़ रुपये हस्तांतरित करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा ‘मुस्लिम बहनों को अत्याचारों से बचाने के लिए ‘तीन तलाक’ के खिलाफ कानून हमने बनाया है। बिना किसी भेदभाव और पक्षपात के ‘डबल इंजन’ की सरकार बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निरंतर काम कर रही है।’ साथ ही उन्होंने पूर्व की सपा सरकार के दौर की अराजक हालत की भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन से पहले बीसी (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट) सखियों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को राष्ट्रीय सहायता समूह बताते हुए 1,60,000 स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 2 लाख महिलाओं के खाते में 1,000 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की। प्रदेश के 45 जिलों के लिए 202 ‘टेक होम राशन संयंत्रों’ का उद्घाटन भी उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास, महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए जो काम हुआ है, वह पूरा देश देख रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी आदि शामिल हुए। -एजेंसी