PM मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सशस्त्र बलों को सराहा, कोलकाता में कमांडर सम्मेलन का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की। साथ ही रक्षा मंत्रालय से अनुरोध किया कि वह भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए अधिक आत्मनिर्भरता और नवाचार सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। विजय दुर्ग (पूर्व में फोर्ट विलियम) स्थित सेना के पूर्वी कमान मुख्यालय में 16वें संयुक्त कमांडर सम्मेलन (सीसीसी) का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने पिछले दो वर्षों में लागू किए गए सुधारों और अगले दो वर्षों की योजना की समीक्षा की।
मोदी ने ‘भारतीय सशस्त्र बल विजन 2047' दस्तावेज का भी अनावरण किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बाद निर्मित ‘न्यू नॉर्मल' के संदर्भ में बलों की परिचालन संबंधी तत्परता और उभरती हुई तकनीक और रणनीति के बीच भविष्य के युद्ध से अवगत कराया गया। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की।''
ऑपरेशन सिंदूर मई में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। रक्षा अधिकारी ने कहा कि इसे नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के अंदर तक आतंकवादी बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए एक दंडात्मक व लक्षित अभियान के रूप में परिकल्पित किया गया था, जिसमें सटीकता, व्यावसायिकता और उद्देश्यपूर्णता को दर्शाती तीनों सेनाओं की एक सुनियोजित प्रतिक्रिया प्रदर्शित की गई थी।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने राष्ट्र निर्माण, समुद्री डकैती रोधी अभियान, संघर्ष के क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी, मित्र देशों को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) प्रदान करने में सशस्त्र बलों द्वारा निभाई गई एकीकृत भूमिका की प्रशंसा की। 2025 को रक्षा क्षेत्र में ‘सुधारों का वर्ष' बनाने के मद्देनजर, प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्रालय को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए अधिक एकजुटता, आत्मनिर्भरता हासिल करने के साथ नवाचार सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदमों को तेजी से लागू करने का निर्देश दिया।