नयी दिल्ली, 22 जनवरी (एजेंसी)
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,37,704 नये मामले सामने आने के बाद उपचाराधीन मरीजाें की संख्या बढ़कर 21,13,365 हो गयी, जो पिछले 237 दिनों में सर्वाधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप के मामले बढ़ कर 10,050 हो गये हैं। वहीं, 488 और संक्रमितों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 4,88,884 हो गई है। मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार से ओमीक्रोन के मामलों में 3.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर घटकर 93.31 प्रतिशत रह गई है। दैनिक संक्रमण दर 17.22 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 16.65 प्रतिशत रही। आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक 71.34 करोड़ नमूनों की जांच की गई है, जिनमें से 19,60,954 टेस्ट पिछले 24 घंटे में किए गये। मंत्रालय ने बताया कि कोरोना टीके की 161.81 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी जा चुकी हैं।
विदेशी आगंतुकों के लिए पृथक-वास केंद्र में रहना अब जरूरी नहीं
किसी अन्य देश से भारत आने वाले कोरोना वायरस से संक्रमित यात्रियों के लिए शनिवार से पृथक-वास केंद्र में रहना अनिवार्य नहीं होगा, बल्कि उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार घर पर पृथक-वास में रहना होगा। सरकार ने बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों के लिए जारी संशोधित दिशानिर्देशों में कहा है कि विदेश से आए संक्रमित व्यक्ति के संक्रमणमुक्त होने की पुष्टि होने के बाद भी उसे और सात दिन घर में पृथक-वास में रहना होगा। साथ ही, विदेशी आगंतुकों को भारत पहुंचने के बाद आठवें दिन आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी। संशोधित दिशानिर्देश शनिवार से लागू हो गये हैं। संशोधित दिशानिर्देशों के मुताबिक, आगमन पर ‘पृथक-वास केंद्र’ में रहने की अनिवार्यता वाले प्रावधान को हटा दिया गया है। सरकार ने कहा कि अब भी जांच के दौरान जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण पाए जाएंगे, उन्हें तत्काल अन्य लोगों से पृथक कर चिकित्सा केंद्र ले जाया जाएगा। यदि व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है, तो उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जाएगी और नियमों के अनुसार आगे की प्रक्रिया की जाएगी।