चंडीगढ़, 30 अप्रैल (ट्रिन्यू/ एजेंसी)
पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर हिंसा के बाद शनिवार को पंजाब सरकार ने पटियाला रेंज के आईजी राकेश अग्रवाल, एसएसपी नानक सिंह और एसपी समेत 6 अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया। मुखविंदर सिंह छीना को पटियाला का नया आईजी, दीपक पारिक को एसएसपी और वज़ीर सिंह को एसपी नियुक्त किया गया है। हिंसा वाले क्षेत्र के एक डीएसपी, थाना प्रभारी और एक अन्य अधिकारी को भी बदला गया है।
इस बीच, पुलिस ने शिवसेना नेता हरीश सिंगला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। सिंगला को अदालत में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है। वहीं, शुक्रवार को हालात बिगड़ने के बाद लगाया गया कर्फ्यू शनिवार सुबह हटा लिया गया। इंटरनेट सेवाएं शाम 5 बजे बहाल कर दी गयी। पटियाला की डीसी साक्षी साहनी के अनुसार हालात सामान्य हो चुके हैं। पुलिस लगातार आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है।
स्कूल-कॉलेज खुले, कई बाजार रहे बंद : पटियाला में शनिवार को स्थिति सामान्य रही। स्कूल, काॅलेज और विभिन्न प्रतिष्ठान खुले रहे। विभिन्न हिंदू संगठनों ने बंद का आह्वान किया था। शहर के कई बाजार शनिवार को बंद रहे। कुछ हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने मंदिर के बाहर अपना ‘धरना’ खत्म कर दिया। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा दो दिनों के भीतर कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद उन्होंने अपना प्रस्तावित विरोध मार्च स्थगित कर दिया। प्रशासन पूरी तरह सतर्कता बरत रहा है। शहर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने दिनभर फ्लैग मार्च किया। शनिचरी अमावस होने के बावजूद काली माता मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम रही।
साजिश को करेंगे बेनकाब : मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पटियाला में हुआ खूनी संघर्ष राजनीतिक दलों की लड़ाई थी, जिसे धर्म व समुदाय का रंग दिया गया है। एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा, अकाली दल, शिवसेना, अकाली दल अमृतसर समेत कई राजनीतिक दल ऐसे हैं, जिनसे पंजाब का विकास हजम नहीं हो रहा है। मान ने कहा कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके इसके पीछे की साजिश को बेनकाब किया जाएगा।