Panchang 22 December 2024: रविवार को सूर्य पूजा से मिलता है विशेष फल, पढ़ें आज का पंचांग और जीवन मंत्र
Panchang 22 December 2024
चंडीगढ़, 22 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Panchang 22 December 2024: रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित माना जाता है। सूर्यदेव ग्रहों के राजा हैं और प्रत्यक्ष देवता माने गए हैं। उनकी पूजा से आरोग्य, सुख-समृद्धि, और मनचाहे वरदान प्राप्त होते हैं। मान्यता है कि रविवार को व्रत और पूजा करने से कारोबार और धन-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।
सूर्य साधना की विधि
ज्योतिर्विद अनिल शास्त्री के मुताबिक सूर्यदेव की उपासना के लिए प्रातः सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें। लाल रोली और फूल मिश्रित जल से "ॐ घृणि सूर्याय नमः" मंत्र बोलते हुए सूर्य को अर्घ्य दें। पूजन के बाद पूर्व दिशा में मुख करके 108 बार सूर्य मंत्र का जप करें। सूर्य की साधना केवल प्रातःकाल ही नहीं, बल्कि संध्या समय भी फलदायी होती है।
तीन प्रहर की साधना का महत्व
1. प्रातःकाल: आरोग्य की प्राप्ति।
2. दोपहर: मान-सम्मान में वृद्धि।
3. संध्या: सौभाग्य और समृद्धि।
सूर्य मंत्र और उनके लाभ
अनिल शास्त्री के मुताबिक सूर्य मंत्र "ॐ घृणि सूर्याय नमः" या "ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ" का जप जीवन में नई ऊर्जा भरता है। इससे सुख-समृद्धि, अच्छी सेहत, और मानसिक शांति प्राप्त होती है। सूर्य नमस्कार को सर्वांग व्यायाम माना जाता है, जिससे शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
आज का जीवन मंत्र
ध्यान रहे, संबंध रूपी वृक्ष भावनाओं के सामने झुक जाता है, स्नेह से अंकुरित होता है और कटु शब्दों से टूट जाता है।
Panchang 22 December 2024
विवरण समय /तिथि
राष्ट्रीय मिति पौष 01, शक संवत 1946
पौष कृष्ण सप्तमी
रविवार, विक्रम संवत 2081
सौर मिति पौष मास प्रविष्टे 08
अंग्रेजी तिथि 22 दिसंबर 2024 ई॰
सूर्य स्थिति उत्तरायण, दक्षिण गोल
ऋतु शिशिर
राहुकाल सायं 04:30 से 06:00
सप्तमी तिथि अपराह्न 02:32 तक
अष्टमी तिथि आरंभ: अपराह्न 02:32
उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र सूर्योदय से अगले दिन प्रातः 09:09 तक
हस्त नक्षत्र आरंभ: प्रातः 09:09 (अगले दिन)
आयुष्मान योग सायं 07:00 तक
सौभाग्य योग आरंभ: सायं 07:00
विजय मुहूर्त दोपहर 02:10 से 02:52
निशिथ काल रात्रि 11:59 से 12:53
गोधूलि बेला शाम 05:36 से 06:04
अमृत काल सुबह 11:02 से 12:20
बव करण अपराह्न 02:32 तक
कौलव करण आरंभ: अपराह्न 02:32 उपरांत
चंद्रमा राशि सिंह: मध्याह्न 12:56 तक; कन्या: 12:56 उपरांत
डिस्कलेमर: यह लेख धार्मिक आस्था व सामाजिक मान्यता पर आधारित है। dainiktribuneonline.com इसकी पुष्टि नहीं करता। जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें।

