आतंक के आका पाकिस्तान की कुंडली तैयार
अदिति टंडन/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 30 अप्रैल
कश्मीर, अफगानिस्तान से लेकर रूस, ब्रिटेन और बांग्लादेश तक पाकिस्तान के वैश्विक आतंकवाद पर सरकार ने बुधवार को एक डोजियर जारी करते हुए उसे दुनिया की सबसे खतरनाक ताकतों में से एक बताया है। इस दस्तावेज में पाकिस्तान के पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, वजीरिस्तान और पीओके में पाक द्वारा चलाये जा रहे आतंकी प्रशिक्षण शिविरों की सूची दी गयी है। इसमें कहा गया है, ‘लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और आईएसआईएस-खोरासन जैसे संगठनों द्वारा संचालित ये शिविर कट्टरपंथ, हथियार प्रशिक्षण और आत्मघाती अभियानों की तैयारी के लिए केंद्र के रूप में काम करते हैं। पाकिस्तानी सेना के पूर्व जवान आतंकी ट्रेनिंग में मदद करते हैं।’ शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि दशकों से पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवाद, उग्रवाद और चरमपंथी विचारधारा के लिए लॉन्चपैड के रूप में किया जाता रहा है। दस्तावेज में उन मौकों को सूचीबद्ध किया गया है, जब आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े थे। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के कबूलनामे को भी डोजियर में शामिल किया गया है कि उनके देश ने तीन दशकों से अधिक समय तक आतंकवादी समूहों का समर्थन किया है।
रूस, ब्रिटेन, बांग्लादेश, ईरान को भी दिये जख्म
n डोजियर के अनुसार, अफगानिस्तान में पाकिस्तान की आईएसआई अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क का समर्थन कर रही है। इन संगठनों ने काबुल में 2008 में भारतीय दूतावास पर बमबारी और 2011 में अमेरिकी दूतावास पर हमला किया।
n रूस में 2024 के मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल हमले में पाकिस्तान का संबंध पाया गया।
n पाकिस्तान स्थित सुन्नी चरमपंथी समूह जैश-उल-अदल ने सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में ईरानी सुरक्षा बलों पर बार-बार हमला किया।
n 7 जुलाई, 2005 को चार ब्रिटिश इस्लामी आतंकवादियों द्वारा लंदन में बम विस्फोट किए गये थे, उनकी ट्रेनिंग के तार भी पाकिस्तान से जुड़े।
n अलकायदा का शीर्ष आतंकी ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान की सैन्य अकादमी के पास वर्षों रहा।
n पाकिस्तान की आईएसआई पर प्रतिबंधित इस्लामी समूह जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) को प्रशिक्षण और पैसा देने का आरोप भी है। इस आतंकी समूह ने 2016 में ढाका में एक कैफे पर हमला कर 20 बंधकों की हत्या कर दी थी। वर्ष 2015 में बांग्लादेशी अधिकारियों ने पाकिस्तानी राजनयिकों को जेएमबी को फंड ट्रांसफर करते रंगे हाथों पकड़ा था।