पाकिस्तान ने BSF जवान को भारत को सौंपा, अटारी-वाघा बॉर्डर पर शांतिपूर्ण ढंग से हुई प्रक्रिया
अमृतसर/चंडीगढ़, 14 मई (एजेंसी/ट्रिन्यू)
BSf Constable Returns: पाकिस्तान ने बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को भारत को सौंप दिया। जवान को पाकिस्तान रेंजर्स ने 23 अप्रैल को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास फिरोजपुर जिले से पकड़ा था। यह हैंडओवर पंजाब स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर पर सुबह 10:30 बजे शांतिपूर्ण ढंग से और तय प्रोटोकॉल के तहत संपन्न हुआ।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि जवान को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा नियत प्रक्रिया के तहत भारत को सौंपा गया, और पूरी प्रक्रिया सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूरी हुई।
जवान पूर्णम कुमार शॉ को उस समय पकड़ा गया था जब वह गलती से नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गया था। यह घटना 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के एक दिन बाद की है, जिसमें कई लोगों की जान गई थी। घटना के बाद सीमा पर सुरक्षा और भी कड़ी कर दी गई थी।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि जवान की मेडिकल जांच कराई जाएगी और पूरी घटना की विभागीय जांच की जाएगी कि किन परिस्थितियों में वह सीमा पार कर गया।
पाकिस्तान द्वारा जवान की सुरक्षित वापसी को लेकर भारत ने संतोष व्यक्त किया है, लेकिन सीमा पर सतर्कता और बढ़ाने पर बल दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर सीमा पर सुरक्षा बलों की सतर्कता और समन्वय की आवश्यकता को उजागर किया है।
पश्चिम बंगाल के रहने वाले जवान पूर्णम कुमार शॉ बीएसएफ की 73वीं बटालियन तैनात है। शॉ की रिहाई के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार फ्लैग बैठक भी हुई। एक बैठक में पाकिस्तान का कोई प्रतिनिधि नहीं आया। इस बीच भारत व पाकिस्तान में तनाव बढ़ गया और पाकिस्तान की तरफ से भारी सीमा में गोलाबारी की गई।
दोनो देशों के बीच सीज़ फायर होने के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। कई बैठकों तथा भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद बुधवार की सुबह अमृतसर स्थित अटारी के संयुक्त चेक पोस्ट के माध्यम से शॉ को भारत के हवाले कर दिया है।