पाकिस्तान-चीन कर रहे परमाणु हथियारों का परीक्षण : ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा-रूस और उत्तर कोरिया भी ऐसा कर रहे, हम भी करेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान, चीन और रूस गुप्त रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका को फिर से परमाणु परीक्षण शुरू करने की जरूरत है। रविवार को सीबीएस न्यूज को दिये इंटरव्यू में ट्रंप ने तीन दशक के अंतराल के बाद परमाणु हथियारों का परीक्षण फिर से शुरू करने की अपनी योजना को सही ठहराते हुए कहा कि हम परीक्षण करेंगे, क्योंकि वे परीक्षण करते हैं और दूसरे भी परीक्षण करते हैं।
ट्रंप ने कहा, ‘निश्चित रूप से उत्तर कोरिया परीक्षण कर रहा है। पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है।’ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले सप्ताह कहा था कि रूस ने पोसाइडन परमाणु-सक्षम ‘सुपर टॉरपीडो’ का परीक्षण किया है। ट्रंप ने कहा कि हथियारों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमें परीक्षण करना ही होगा। उन्होंने कहा, ‘आप परमाणु हथियार बनाते हैं और फिर उनका परीक्षण नहीं करते। आप ऐसा कैसे करेंगे? आपको कैसे पता चलेगा कि वे काम करते हैं या नहीं?’
रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में ट्रंप ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा युद्ध है, जिसे रुकवाने में मैं अभी तक सफल नहीं हुआ हूं, लेकिन इसमें भी सफलता मिलेगी।
1992 के बाद से नहीं किया परमाणु हथियारों का परीक्षण
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक अमेरिका की सेना नियमित रूप से अपनी उन मिसाइलों का परीक्षण करती है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं, लेकिन उसने 1992 के बाद से परमाणु हथियारों का वास्तविक परीक्षण नहीं किया है।
भारत-पाक युद्ध रुकवाने का फिर किया दावा
ट्रंप ने साक्षात्कार में एक बार फिर मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष तथा सात अन्य संघर्षों को रोकने का दावा किया। उन्होंने कहा कि मैंने आठ युद्ध रोके हैं। उन्होंने कहा कि कुछ संघर्षों को समाप्त करने के लिए शुल्क का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि शुल्क ने भारत के मामले में काम किया। इसने पाकिस्तान के मामले में काम किया और इसने उन देशों में से 60 प्रतिशत के मामले में काम किया। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने एक दिन खड़े होकर कहा था कि अगर डोनाल्ड ट्रंप इसमें हस्तक्षेप नहीं करते, तो लाखों लोग अब तक मर चुके होते।’ यह एक बुरा युद्ध था, जिसे वह शुरू करने के लिए तैयार थे।’

