Terrorist Attack in Pahalgam : पहलगाम आतंक की दर्दभरी गवाही... पहले कलमा पढ़ने को कहा और फिर बेटी के सामने ही मारी पिता को गोली
कोच्चि (केरल), 23 अप्रैल (भाषा)
Terrorist Attack in Pahalgam : केरल के एडपल्ली निवासी रामचंद्रन का यात्रा के प्रति प्रेम का मंगलवार को तब दुखांत हो गया जब कश्मीर के पहलगाम में उन्हें उनकी बेटी के सामने आतंकवादियों ने भून डाला। वह आतंकवादी हमले में मारे गये 26 पर्यटकों में शामिल हैं। रामचंद्रन (65) अपनी पत्नी, बेटी और नाती-नातिनों के साथ छुट्टियां मनाने कश्मीर गए थे। उनकी बेटी अपने अपने माता-पिता से मिलने दुबई से आई थी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कार्यालय ने मंगलवार देर रात आतंकवादी हमले में रामचंद्रन की मौत की पुष्टि की, लेकिन अधिक जानकारी नहीं दी। आज सुबह एडपल्ली स्थित रामचंद्रन के घर पर पहुंचे उनके मित्रों एवं परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे स्तब्ध हैं और उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि रामचंद्रन नहीं रहे। कई वर्षों तक संयुक्त अरब अमीरात में काम करने के बाद रामचंद्रन कुछ वर्ष पहले अपनी पत्नी शीला के साथ कोच्चि लौट आए थे।
अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश करतीं एक महिला रिश्तेदार ने बताया कि यह वृद्ध दंपत्ति अपनी बेटी और नाती-नातिनों के साथ कश्मीर गए थे, जो दुबई से छुट्टियां मनाने यहां आए थे। उन्होंने एडपल्ली में रामचंद्रन के घर पर मीडिया से कहा, ‘‘दोनों को यात्रा करना बहुत पसंद था। कश्मीर जाने से एक दिन पहले शीला ने मुझे फोन किया और अपनी यात्रा के बारे में बताया। वे सभी बहुत खुश थे।'' उन्होंने कहा कि वह अब भी सदमे में हैं और रामचंद्रन की दुखद मौत के बारे में सोचकर कांप उठती हैं।
रामचंद्रन के पड़ोसी शिवशंकरन नायर ने बताया कि परिवार के कश्मीर जाने से ठीक पहले भी उन दोनों के बीच आपस में बात हुई थी। नायर ने कहा, ‘‘मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी यात्रा इस तरह खत्म होगी। मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा है। वह मेरे अच्छे दोस्त थे।'' पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि रामचंद्रन की एक बेटी और एक बेटा है। खबर सुनने के बाद उनका बेटा पहले ही कश्मीर के लिए रवाना हो चुका है।
रामचंद्रन के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार पार्थिव शरीर बुधवार शाम साढ़े सात और आठ बजे के बीच कोच्चि लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई सभी विवरणों पर नजर रख रही है और परिवार के सदस्यों के साथ समन्वय कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि गैर-निवासी केरलवासियों के मामलों के विभाग (नोरका) की क्षेत्रीय एजेंसी ‘नोरका रूट्स' ने आतंकी हमले के मद्देनजर केरलवासियों को सहायता, सेवाएं और जानकारी प्रदान करने के लिए एक सहायता डेस्क शुरू की है।
इस बीच, आधिकारिक दौरे के तहत कश्मीर पहुंचे केरल के विधायकों के समूह में शामिल विधायक एवं अभिनेता मुकेश ने कहा कि उनका समूह रामचंद्रन की बेटी से संपर्क करने में कामयाब रहा। उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी को अभी तक पति की मौत के बारे में पता नहीं है। मुकेश ने एक टीवी चैनल से फोन पर कहा, ‘‘रामचंद्रन की बेटी सब कुछ संभाल रही हैं। हमें बताया गया कि उनकी पत्नी को अभी तक इस त्रासदी के बारे में नहीं बताया गया है। वह कमजोर हैं। बेटी को अपने पिता की अप्रत्याशित मौत के दुख के साथ-साथ इन्हें भी संभालना है।''