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Pahalgam Tourist Destination : सैलानियों की राह तकती वादियां... आतंकी हमले के बाद पहलगाम के लोग कर रहे टूरिस्ट का बेसब्री से इंतजार

अब पहलगाम की आत्मा को आतंकवाद के हाथों बंधक नहीं बनने दिया जाएगा
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अमरनाथ यात्रा जारी रहने के बीच पहलगाम के लोग यहां 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद से बुरी तरह प्रभावित हुए पर्यटन के फिर से शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्हें पूरा विश्वास है कि ‘‘अब पहलगाम की आत्मा को आतंकवाद के हाथों बंधक नहीं बनने दिया जाएगा''। अमरनाथ गुफा मंदिर की 38 दिन की वार्षिक तीर्थयात्रा अनंतनाग के पहलगाम और गांदेरबल के बालटाल मार्गों से होती है।
आतंकी हमले के बाद यहां लगभग खाली हो गए होटलों में अब कुछ पर्यटक आ रहे हैं, जो छुट्टियां बिताने के लिए पहलगाम को चुन रहे हैं। ठाणे के निवासी सचिन वाघमारे कहते हैं कि मैं 1988 में यहां आया था। उसके बाद मैंने अपने परिवार के साथ अब फिर से यहां छुट्टियां बिताने का फैसला किया। यहां के स्थानीय लोग हमारी सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क हैं। उन्हें आस-पास के अन्य दर्शनीय स्थलों को देखने की उम्मीद थी, लेकिन एहतियात के तौर पर वे बंद हैं। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ बेताब घाटी ही जा पाया हूं। इस जगह पर जाने का फैसला उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस शहर की सड़कों पर साइकिल चलाते हुए की तस्वीरें देखने के बाद लिया था।
पहलगाम के विधायक अल्ताफ कालू पर्यटन उद्योग से जुड़े प्रतिनिधिमंडलों के साथ रोजाना बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पर्यटक फिर से आएं, इसलिए दरें कम की गई हैं। न्होंने 22 अप्रैल को हुए नरसंहार को लेकर कहा कि सरकार और लोग, वे अब भी इस बड़े सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। लोग अब भी सोच रहे हैं कि यह कैसे और क्यों हुआ। स्थानीय लोग गहरे सदमे में हैं। यह कैसे हुआ। पहलगाम में आतंकवादियों ने छुट्टियां मनाने आए लोगों पर हमला किया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इनमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय टट्टू संचालक था। कालू की आवाज में लोगों की पीड़ा महसूस की जा सकती थी।
पर्यटक बहुत सहज हैं। हम अपने मेहमानों की सुरक्षा पर कड़ी नजर रख रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनकी सुरक्षा में कोई कसर न छोड़ी जाए। इस साल, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद, स्थानीय लोगों और पर्यटकों को पहलगाम आने की अनुमति दे दी गई। इससे बहुत मदद मिली है। अहद होटल्स एंड रिसॉर्ट्स के प्रबंध निदेशक आसिफ बुर्जा कहते हैं कि पर्यटक आने लगे हैं। सरकार की ओर से काफी जोर दिया गया है और मुख्यमंत्री ने भी आगे बढ़कर इस पुनरुद्धार में अहम भूमिका निभाई है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत की मदद से भारत सरकार की ओर से भी काफी जोर दिया गया है।
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