Pahalgam Terror Attack : अटारी-बाघा बॉर्डर पर जमा हुए भारत घूमने आए पाकिस्तानी नागरिक, 48 घंटे में देश छोड़ने का मिला अल्टीमेटम
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 24 अप्रैल
Pahalgam Terror Attack : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध लिए गए फैसलों का असर गुरुवार को अटारी बाघा बॉर्डर पर देखने को मिला। पाकिस्तान की तरफ से वीजा लेकर भारत में भृमण के लिए आने वाले किसी भी नागरिक को भारत सरकार की तरफ से प्रवेश नहीं दिया गया। दोनों देशों के बॉर्डर पर अटारी सीमा भारत के अधिकार क्षेत्र में आती है जबकि बाघा सीमा पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र में आती है।
सामान्य की भांति गुरुवार की सुबह करीब 11:00 बजे पाकिस्तान की तरफ से 100 से अधिक यात्री भारत में घूमने के लिए अटारी बघा सीमा पर पहुंचे। इन पाकिस्तानी नागरिकों को भारत सरकार द्वारा लिए गए फैसले के बारे में जानकारी नहीं थी। इसके बावजूद भारतीय सैन्य अधिकारियों ने उन्हें नए फैसले से अवगत कराते हुए भारत में प्रवेश देने से इनकार कर दिया।
पाकिस्तान सरकार की तरफ से अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है, जिसके चलते यह नागरिक काफी देर तक भारत पाक सीमा पर ही बैठे रहे। पाक रेंजरों से बात के बाद वापस लौट गए। इस बीच भारत में घूमने के लिए आए पाकिस्तानी नागरिकों को बुधवार की रात लिए गए फैसले के बारे में पता चला तो आज सुबह वह अटारी बॉर्डर पर पहुंचे। बीएसएफ के अधिकारियों ने पूछताछ के बाद 42 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया।
उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक तथा धारा 370 खत्म होने के बाद पाकिस्तान के साथ भारत का सीधा व्यापार तो बंद है लेकिन अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते अटारी-बाघा सीमा के माध्यम से भारत में तरबूज, ड्राई फ्रूट, जीरा व सेंधा नमक आदि भारत में आता है। किसी कारोबार को लेकर भारत, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत अफगानिस्तान से भारत आने वाला सामान जब पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश करता है तो उसे भारत की सीमा तक पहुंचाने का जिम्मा पाकिस्तान के चालकों व परिचालकों का रहता है।
ऐसे में भारत द्वारा नया फैसला लिए जाने के बाद गुरुवार को अफगानिस्तान से आए करीब दो दर्जन ट्रक अटारी-बाघा सीमा पर रोक दिए गए। बीएसएफ तथा कस्टम के अधिकारी इस संबंध में विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क बना रहे हैं ताकि अफगानिस्तान से आए सामान को भारत में प्रवेश दिया जाए अथवा उन्हें वापस भेजा जाए। इस संबंध में अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है।