मुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

Pahalgam Attack : हिंदू नरसंहार के बाद पाकिस्तान हाई कमिशन में मनाया जा रहा किस चीज का जश्न? केक ले जाते शख्स को देख लोगों ने पूछे कई सवाल

Pahalgam Attack : हिंदू नरसंहार के बाद पाकिस्तान हाई कमिशन में मनाया जा रहा किस चीज का जश्न? केक ले जाते शख्स को देख लोगों ने पूछे कई सवाल
Advertisement

चंडीगढ़, 24 अप्रैल (ट्रिन्यू)

Pahalgam Attack : पहलगाम में हुए हिंदू नरसंहार के बाद जहां पूरा देश दुख, रोष और गुस्से में है वहीं पाकिस्तान हाई कमिशन में खुशियां मनाई जा रही हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक शक्स को गुरुवार को दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कथित तौर पर केक ले जाते हुए देखा जा सकता है।

Advertisement

यह घटना पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर भारत द्वारा पाकिस्तानी सैन्य राजनयिकों को अवांछित व्यक्ति का नोटिस जारी किए जाने के कुछ समय बाद हुई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जब रिपोर्ट्स उनसे पूछते हैं कि केक क्यों ले जाया जा रहा है? आखिर क्यों जश्न मनाया जा रहा है तो वह व्यक्ति कुछ नहीं कहता और रिपोर्ट्स से बचते हुए निकल जाता है।

वीडियो के वायरल होने के बाद अब लोग भी इसे पहलगाम अटैक से संबंधित मान रहे हैं। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ये केक किसने और किसलिए ऑर्डर किया है? लोगों सवाल कर रहे हैं कि देश में इतनी दर्दनाक घटना के बाद पाकिस्तान हाई कमिशन में किस चीज का जश्न मनाया जा रहा है? इससे पाकिस्तान की साजिश बेनकाब हो रही है।

इस बीच, दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान उच्चायोग के पास लगाए गए बैरिकेड हटा दिए। यह तब हुआ जब भारत ने हमले में सीमा पार संबंधों के सबूत देखे और कहा कि यह हमला "केंद्र शासित प्रदेश में चुनावों के सफल आयोजन और आर्थिक विकास की दिशा में इसकी निरंतर प्रगति के मद्देनजर हुआ।"

बता दें कि पहलाम अटैक पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया, अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया और सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत यात्रा करने के लिए पाकिस्तानियों की पहुंच को रोक दिया।

पहले जारी किए गए ऐसे सभी वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं और एसवीईएस के तहत पाकिस्तानी नागरिकों के पास जाने के लिए 48 घंटे हैं। इसके अतिरिक्त, दोनों देशों के राजनयिक मिशनों की कुल संख्या 1 मई तक 55 से कम होकर 30 कर्मियों तक सीमित हो जाएगी। प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें अधिकांश पीड़ित नागरिक थे।

Advertisement
Tags :
Dainik Tribune newsHindi NewsJammu-Kashmirlatest newsOmar AbdullahPahalgam attackPahalgam terror attackPahalgam terror attack Newsterror attack NewsTerrorist Attack in Pahalgamजम्मू आतंकी हमलाजम्मू कश्मीर हमलादैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी न्यूज