Overground Workers आतंकी संबंधों के आरोप में जम्मू-कश्मीर के तीन सरकारी कर्मी बर्खास्त
जम्मू, 3 जून (एजेंसी)
Overground Workers जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंगलवार को आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन से कथित संबंधों के चलते तीन सरकारी कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इनमें एक पुलिस कांस्टेबल, एक स्कूल शिक्षक और एक मेडिकल कॉलेज का जूनियर सहायक शामिल हैं।
बर्खास्तगी की कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 311(2)(सी) के तहत की गई, जो “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में” बिना किसी विभागीय जांच के सेवा से हटाने की अनुमति देता है। तीनों आरोपी इस समय जेल में बंद हैं।
अब तक 75 से अधिक कर्मचारी बर्खास्त
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई आतंकी नेटवर्क में छिपे सरकारी संस्थानों के ओवरग्राउंड वर्करों और सहयोगियों के खिलाफ प्रशासन की व्यापक मुहिम का हिस्सा है। अब तक आतंकवाद से संबंधों के आरोप में 75 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है।
इन कर्मियों पर हुई कार्रवाई
मलिक इश्फाक नसीर – वर्ष 2007 में भर्ती हुए पुलिस कांस्टेबल नसीर वर्ष 2021 में हथियारों की तस्करी की जांच के दौरान संदिग्ध पाया गया। अधिकारियों के अनुसार, उसका भाई पाक प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी था, जो 2018 में मारा गया। नसीर ने अपनी वर्दी और पद का दुरुपयोग कर आतंकियों को हथियार और नशीले पदार्थ मुहैया कराए। वह पाकिस्तानी आकाओं से जीपीएस लोकेशन भी साझा करता था।
एजाज अहमद – 2011 में शिक्षा विभाग से जुड़े इस शिक्षक को नवंबर 2023 में गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि वह हिज्ब-उल-मुजाहिदीन के लिए हथियारों, गोला-बारूद और प्रचार सामग्री की तस्करी में लिप्त था। पुंछ क्षेत्र में उसे संगठन का विश्वसनीय सहयोगी माना जाता था।
वसीम अहमद खान – श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में जूनियर सहायक वसीम खान को पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या से जुड़ी आतंकी साजिश में संलिप्त पाया गया। अधिकारियों के अनुसार, वह लश्कर और हिज्ब दोनों से जुड़ा था और आतंकियों की भागने में मदद करने तथा साजो-सामान जुटाने में शामिल था।