Oscars 2026 : ऑस्कर की ओर भारत का कदम, 15 अगस्त से शुरू होगा फिल्म चयन मिशन
Oscars 2026 : भारतीय फिल्म परिसंघ (एफएफआई) ने घोषणा की है कि इस वर्ष ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के लिए फिल्मों का चयन 15 अगस्त से 10 सितंबर के बीच किया जाएगा। एफएफआई (फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने कहा कि पात्र फिल्म कम से कम एक सप्ताह तक थिएटर में चली होनी चाहिए और उनमें ‘‘भारतीयता'' भी होनी चाहिए।
एफएफआई अध्यक्ष फिरदौसुल हसन ने कहा कि यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण साल है। एफएफआई की स्थापना 1951 में हुई थी और यह 75वां वर्ष है। ऑस्कर का यह 98वां वर्ष है और हम 1957 से इसमें प्रविष्टियां भेज रहे हैं। पहली फिल्म जो हमने भेजी थी वह ‘मदर इंडिया' थी। 2024 में भेजी गई अंतिम फिल्म ‘लापता लेडीज' थी। अकादमी ने हमें भारत से एक फिल्म का चयन करने के लिए अधिकृत किया है, जो ऑस्कर में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करेगी। सभी स्क्रीनिंग पूरी होने के बाद मतदान के जरिए अंतिम प्रविष्टि तय की जाएगी।
28 सितंबर को इसकी घोषणा की जाएगी। फिल्मों में भारतीयता होनी चाहिए और फिल्म विचार प्रधान होनी चाहिए। पहले सितारों की बहुतायत वाली फिल्में बनती थीं, जिसमें हम यह देखते थे कि फिल्म में कौन है और फिर तय करते थे कि देखनी है या नहीं। प्रक्रिया को पारदर्शी और लोकतांत्रिक बनाने का आश्वासन देते हुए हसन ने कहा कि एफएफआई फिल्म निर्माताओं को पूरा सहयोग देगा।हम इस साल ऑस्कर में भारत की प्रविष्टि के तौर पर नामित किए जाने के लिए अधिकाधिक फिल्मों का स्वागत करेंगे।
देश के सभी प्रमुख फिल्म संगठनों की शीर्ष संस्था एफएफआई ऑस्कर अकादमी के प्रोटोकॉल के अनुसार 25 सदस्यीय जूरी बनाएगी, जिसमें अभिनय, निर्देशन, निर्माण, कॉस्ट्यूम, संगीत, गायन, साउंड रिकॉर्डिंग और एडिटिंग जैसे विभिन्न रचनात्मक क्षेत्रों के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शामिल होंगे। फिल्म भारतीय मूल की होनी चाहिए। लगभग 90 प्रतिशत शूटिंग भारत में होनी चाहिए। फिल्म का 60 प्रतिशत हिस्सा किसी भारतीय भाषा की स्थानीय बोलचाल में होना चाहिए और थिएटर में इसके कम से कम एक सप्ताह चलने का प्रमाण होना चाहिए।