ट्रंप की टिप्पणी और बिहार चुनाव के मुद्दे पर बरसेगा विपक्ष
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को पारंपरिक सर्वदलीय बैठक के बाद कहा, ‘हम ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ये राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे हैं। सरकार इससे पीछे नहीं हट रही और न ही कभी हटेगी, बल्कि नियमों और परंपराओं के दायरे में चर्चा के लिए तैयार है।’ हालांकि, उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में दिये बयान पर टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि यह उपयुक्त मंच नहीं है। उन्होंने कहा, ‘चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हों या कोई और, मैं यहां जवाब नहीं दे सकता। जब हम संसद में इस पर चर्चा करेंगे, तो हमारा रुख स्पष्ट हो जाएगा।’
वहीं, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि उनकी पार्टी ट्रंप के दावों, पहलगाम हमले और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग करती है। गोगोई ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री अपना नैतिक दायित्व निभाएंगे।’
गोगोई ने सशस्त्र बलों के कई अधिकारियों द्वारा चीन और पाकिस्तान के दोतरफा हमले का मुद्दा उठाए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की। उन्होंने कहा कि रक्षा और विदेश नीति पर चर्चा जरूरी है, प्रधानमंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए। गोगोई ने मणिपुर की स्थिति पर भी चर्चा की मांग करते हुए कहा, ‘वहां ढाई साल बाद भी हिंसा खत्म नहीं हुई। प्रधानमंत्री कई छोटे देशों का दौरा कर चुके हैं, लेकिन मणिपुर जैसे छोटे राज्य में जाने से बच रहे हैं।’
इंडिया गठबंधन से अलग हो चुकी आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक में बिहार में एसआईआर के ‘चुनावी घोटाले’ और भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम को लेकर ट्रंप के दावे का मुद्दा उठाया।