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Operation Sindoor : देश के लिए तैयार युवा, पूर्ण मूर्ति कैंपस के विद्यार्थियों ने कहा - हमें भी मिले भारत माता की सेवा करने का अवसर

पूर्ण मूर्ति कैंपस के चेयरमैन डा.विजयपाल नैन ने किया भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम, कहा ऑपरेशन सिंदूर ने हर दिल को देशभक्ति के जज्बे से भर दिया
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पूर्ण मूर्ति कैंपस में पढ़ने वाले एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग व एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थी व विभागीय स्टाफ चेयरमैन डा. विजयपाल नैन के साथ।
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सोनीपत, 9 मई

Operation Sindoor : भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात को देखते हुए पूर्ण मूर्ति कैंपस, कामी रोड के विद्यार्थियों ने कहा कि हमें भी भारत माता की सेवा करने का अवसर मिलना चाहिए। खास तौर पर एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग व एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में वॉलंटियर बनकर वे देश की सेवा व सुरक्षा में योगदान देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

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उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी पढ़ाई व ट्रेनिंग का उपयोग देश सेवा के लिए हो व वे भारतीय सेना का किसी तरह से सहयोग कर सकें इससे बेहतर उनके जीवन में कुछ भी नहीं हो सकता। एसोसिएशन ऑफ आल हरियाणा इंजीनियरिंग कॉलेज के राज्य प्रधान व पूर्ण मूर्ति कैंपस के चेयरमैन डा.विजयपाल नैन ने कहा कि पूरा पूर्ण मूर्ति कैंपस सरकार व सेना के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। उन्होंने सरकार से अनुरोध भी किया कि तकनीकी शिक्षा हासिल कर रहे इन विद्यार्थियों को ऑपरेशन सिंदूर में वॉलंटियर बनाकर भारतीय सेना के साथ देश की सेवा करने का मौका प्रदान करें ।

 डॉ.विजयपाल नैन ने कहा कि हमारी सेना ने पाकिस्तान में आतंकवादियों को उनके आतंकी ठिकानों पर मारकर पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद हुए सभी लोगों की शहादत का बदला लेने का काम किया है। अभी ऑपरेशन सिंदूर जारी है। इससे पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। पाकिस्तान ने एलओसी पर गोले और मोर्टार दागे और भारत के कई शहरों को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम करते हुए कहा कि देश आतंकवाद के हर रूप के खिलाफ एकजुट और अडिग है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व की सराहना की और कहा कि भारत अपनी गरिमा, सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा। ऑपरेशन सिंदूर ने आज देश के हर नागरिक को देशभक्ति से ओत-प्रोत कर दिया है । पूर्ण मूर्ति कैंपस के सचिव गौतम नैन, कोषाध्यक्ष भोपाल सिंह, प्रबंधक निदेशक कपिल भाटिया, एमडी इंजी.संघदीप शाक्य, डायरेक्टर एकेडेमिक्स डा.स्वीटी, डायरेक्टर ट्रेनिंग नवदीप मेहता, कैंपस डायरेक्टर कुलदीप, रजिस्ट्रार कंवलजीत सिंह संधू, डीन अकादमिक संदीप कुमार, लॉ कॉलेज के डायरेक्टर डा.टीसी राणा, फार्मेसी कॉलेज की डायरेक्टर डा.सुनीता, एविएशन डायरेक्टर राघवेंद्र सिंह आदि ने भी भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया है ।

इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों  में दिखा देशभक्ति का जज्बा :

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के विद्यार्थी यशदीप ने कहा कि हमने हवाई जहाज व उसके रखरखाव के बारे में तकनीकी दक्षता हासिल की है। सरकार कभी भी चाहे हम सभी देश की सेवा के लिए तैयार हैं । महाराष्ट की रहने वाली व एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग की छात्रा कुमोदिनी शिंदे ने कहा कि लड़कियां भी देश सेवा में पीछे नहीं है। हम सभी वॉलंटियर के तौर पर भारतीय सेना के साथ दिल से जुड़ना चाहते हैं । एयरक्राफ्ट के रखरखाव के बारे में जानकारी होने की वजह से सरकार को उन जैसी लड़कियों को भी देश सेवा का मौका प्रदान करना चाहिए। एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग के छात्र भूपेंद्र सिंह ने भी कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं ।

एयर फोर्स के रिटायर्ड सैनिकों ने कहा फिर से देश के लिए लड़ने को हैं तैयार:

एयर फोर्स के रिटायर्ड सैनिक व विद्यार्थियों के प्रशिक्षक करमवीर सिंह व अनूप सिंह ने कहा वे फिर से देश के लिए लड़ने को तैयार हैं। हम देश की सेनाओं के साथ हैं। जहां हमें भेजा जाएगा हम युद्ध के मैदान में डटे रहने को तैयार हैं। पूर्व सैनिकों ने कहा कि भारतीय सेना ने सही समय पर सही जवाब दिया है। हमने पाकिस्तान के निर्दोष लोगों को नहीं मारा।

पाक में छिपे आतंकियों पर कार्रवाई की गई है। आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में कड़ा जवाब देने की जरूरत है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि भारत सरकार ने सेना को खुली छूट देकर उनका हौसला बढ़ाने का काम किया है। हमारी सेनाएं हर एक हमले का जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग व एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के प्रशिक्षित विद्यार्थियों को भी अगर मौका मिले तो वे सैन्य बलों के मार्गदर्शन में देश की सेवा कर सकते हैं।

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