Operation Sindoor राष्ट्रपति मुर्मू और पायलट शिवांगी सिंह की तस्वीर बनी भारत की ताकत का प्रतीक, पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश
Operation Sindoor अम्बाला वायुसेना स्टेशन पर बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राफेल की पहली महिला भारतीय पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की साथ ली गई तस्वीर ने पाकिस्तान के झूठे दावों की हवा निकाल दी। यह तस्वीर अब सोशल...
Operation Sindoor अम्बाला वायुसेना स्टेशन पर बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राफेल की पहली महिला भारतीय पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह की साथ ली गई तस्वीर ने पाकिस्तान के झूठे दावों की हवा निकाल दी। यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर भारत की दृढ़ता और सच्चाई का प्रतीक बन चुकी है।
President Droupadi Murmu took a sortie in a Rafale aircraft at Air Force Station, Ambala, Haryana. She is the first President of India to take sortie in two fighter aircrafts of the Indian Air Force. Earlier, she took a sortie in Sukhoi 30 MKI in 2023. pic.twitter.com/Rvj1ebaCou
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 29, 2025
दरअसल, पाकिस्तान ने हाल ही में दावा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसने छह भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए, जिनमें शिवांगी सिंह का राफेल भी शामिल है, और उन्हें ‘कैद’ कर लिया गया है। भारतीय अधिकारियों ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान की ओर से जारी की गई सारी जानकारियां पूरी तरह झूठी और मनगढ़ंत हैं।
Indian Female Air Force pilot has NOT been captured🚨
Pro-Pakistan social media handles claim that an Indian Female Air Force pilot, Squadron Leader Shivani Singh, has been captured in Pakistan.#PIBFactCheck
❌ This claim is FAKE!#IndiaFightsPropaganda@MIB_India… pic.twitter.com/V8zovpSRYk
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 10, 2025
जांच में यह भी सामने आया कि जिन वीडियो में ‘शोकग्रस्त परिवार’ को दिखाया गया, वे दरअसल सार्जेंट सुरेंद्र कुमार के परिवार के थे, न कि शिवांगी सिंह के। अब जब शिवांगी सिंह की तस्वीर राष्ट्रपति के साथ सामने आई है, तो यह साफ है कि पाकिस्तान की पूरी कहानी प्रचार युद्ध से ज्यादा कुछ नहीं थी।
ऑपरेशन सिंदूर मई में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस अभियान में भारतीय वायुसेना ने सटीक और प्रभावी कार्रवाई की, जबकि पाकिस्तान ने अपनी असफलता को छिपाने के लिए फर्जी जीत के दावे किए।
राष्ट्रपति मुर्मू और शिवांगी सिंह की यह तस्वीर अब न सिर्फ़ भारत की सैन्य शक्ति और महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है, बल्कि इसने साबित कर दिया है कि सच्चाई को प्रचार से नहीं दबाया जा सकता।

