बेंगलुरु, 27 जून (एजेंसी)
भारत में निजी क्षेत्र द्वारा अंतरिक्ष प्रक्षेपण की शुरुआत होने जा रही है। भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र (इन-स्पेस) ने 2 स्टार्टअप कंपनियों- ध्रुव स्पेस प्राइवेट लिमिटेड (हैदराबाद) और दिगांतरा रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीस प्राइवेट लिमिटेड (बेंगलुरु) को पेलोड प्रक्षेपित करने की मंजूरी दे दी है। इन पेलोड को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी-सी53 के ‘पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल’ (पीओईएम) से 30 जून को प्रक्षेपित किया जाएगा।
इन-स्पेस एक स्वायत्त ‘सिंगल विंडो’ नोडल एजेंसी है, जिसे देश में गैर-सरकारी निजी उद्योगों (एनजीपीई) की अंतरिक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देने, उन्हें अधिकृत करने और उन पर नजर रखने के लिए गठित किया गया है।
इन-स्पेस ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया कि ध्रुव स्पेस के ‘ध्रुव स्पेस सेटेलाइट ऑर्बिटल डिप्लॉयर’ और दिगांतरा के प्रोटॉन डोजीमीटर पेलोड ‘रोबस्ट इंटीग्रेटिंग प्रोटॉन फ्लुएंस मीटर’ (रोबी) को प्रक्षेपण के लिए अधिकृत किया गया है।
ध्रुव स्पेस एक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप है, जिसका मकसद स्पेस इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस का निर्माण करना है। वहीं, दिगांतरा रिसर्च एंड टेक्नोलॉजीस अपने ‘स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस सेंसर नेटवर्क’, प्लेटफॉर्म और डेटा उत्पादों के माध्यम से सुरक्षित एवं टिकाऊ अंतरिक्ष संचालन पर केंद्रित एंड-टू-एंड समाधानों का विकास कर रही है।