Chandigarh News : कांग्रेस के 37 विधायकों पर इनेलो के दो ही भारी : अर्जुन चौटाला बोले - उठाई जा रही लोगों की समस्याएं
चंडीगढ़, 21 अप्रैल (ट्रिब्यून न्यूज सर्विस)
Chandigarh News : इनेलो की छात्र इकाई - आइएसओ के राष्ट्रीय प्रभारी व रानियां विधायक अर्जुन चौटाला ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के 37 विधायक होने के बावजूद इनेलो प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका निभा रहा है। इनेलो के दो विधायक प्रदेश के लोगों की समस्याओं पर लगातार सरकार को घेर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, भाजपा के साथ मिलीभगत की राजनीति कर रही है।
अर्जुन चौटाला सोमवार को चंडीगढ़ में आईएसओ की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में आईएसओ के प्रदेशाध्यक्ष साहिलदीप कसवां और चंडीगढ़ के अध्यक्ष आर्यन बेनीवाल, पुनीत, राहुल, गुरजीत नैन और मनोज गुर्जर भी मौजूद रहे। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अर्जुन ने कहा कि इनेलो की छात्र इकाई आईएसओ को हरियाणा और चंडीगढ़ की शिक्षण संस्थानों में मजबूत करने पर पदाधिकारियों के साथ चर्चा हुई।
बैठक में कई निर्णय भी लिए गए। अगले 6 महीने के दौरान छात्र संगठन के सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी। आईइएसओ छात्रों से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा। सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ब्लड डोनेशन कैंप, नशा मुक्ति अभियान और सफाई अभियान चलाएंगे । आईएसओ अभी नया संगठन है। बावजूद इसके पिछली बार के छात्र संघ चुनावों में पंजाब यूनिवर्सिटी में आइएसओ का वोट प्रतिशत दूसरे नंबर पर रहा था। हमारा छात्र संगठन अबकी बार चंडीगढ़ में सभी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनाव लड़ेगा और जीतेगा।
सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया के बीजेपी तारीफ करने पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विधायक अर्जुन चौटाला ने कहा कि गोकुल सेतिया का बयान कांग्रेस में कमियों की तरफ इशारा करता है। जिस संगठन में विधायकों और कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाती हो, वह आगे कैसे बढ़ सकता है। कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाने में पूरी तरह से फेल हुई है, जो विधानसभा में भी साफ तौर पर दिखती है।
कांग्रेस के मुख्य विपक्षी पार्टी होने के बावजूद इंडियन नेशनल लोकदल विधानसभा में मुख्य विपक्ष की भूमिका निभा रहा है। सदन में प्रदेश के किसी भी जनहित के मुद्दे पर 37 विधायकों वाली कांग्रेस के मुकाबले इनेलो के 2 विधायक बीजेपी सरकार को मजबूती से घेरने का काम करते हैं। सही बात यह है कि कांग्रेस का संगठन अब टूट चुका है। कुछ लोगों ने कांग्रेस पार्टी पर कब्जा किया हुआ है, ये वे लोग हैं जिनका राजनीतिक कार्यकाल खत्म हो चुका है।