नयी दिल्ली, 3 जनवरी (एजेंसी)
देशभर में 15-18 वर्ष आयु समूह के किशोरों के लिये कोविड-19 टीकाकरण आज से शुरु हो गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक, इस टीकाकरण अभियान में किशोरों को कोविड-19 महामारी से सुरक्षा प्रदान करने वाली, देश में ही निर्मित कोवैक्सीन टीके की खुराक दी जाएगी। यह टीकाकरण अभियान विभिन्न सरकारी तथा अर्ध-सरकारी स्कूलों के अलावा, 338 अस्पतालों एवं मेडिकल कालेजों और पालिका के स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू किया गया। पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने 15 साल से 18 साल के आयु वर्ग के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया है और हमारे पास टीके की 60 लाख खुराकें हैं। करीब 48 लाख किशोर टीकाकरण के पात्र हैं।”
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में 15 से 18 साल तक के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। प्रदेश में 15 से 18 आयुवर्ग के लिए आज से शुरू टीकाकरण कार्यक्रम का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा इस अभियान के तहत राज्य में करीब एक करोड़ 40 लाख लोगों को टीके लगाए जाएंगे इसके लिए प्रदेश में 2150 बूथ बनाये गये हैं।
उधर गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने एक सप्ताह में करीब 36 लाख किशोरों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राजधानी गांधीनगर के कोबा इलाके के एक स्कूल में इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। वह सुबह स्कूल पहुंचे, टीकाकरण सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया और कुछ लाभार्थी बच्चों से बातचीत भी की। 7 जनवरी को प्रमुख रूप से 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों का टीकाकरण किया जाएगा।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगासामी ने 15-18 आयुवर्ग के लिए सोमवार को यहां एक विद्यालय में विशेष टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। कादिरकामम स्थित थिल्लायाडी वाल्लियाम्मई गवर्नमेंट हाईस्कूल में इस अभियान की शुरुआत की गई। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 15 साल से 18 साल के आयुवर्ग के लिए शुरू किए गए इस टीकाकरण अभियान के दौरान केंद्र शासित क्षेत्र के 83 हजार लोगों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, किशोरों को केवल कोवैक्सीन टीका ही दिया जाएगा। जबकि, देश की वयस्क आबादी को कोवैक्सीन के अलावा कोविशील्ड और स्पुतनिक-V टीके दिये जा रहे हैं।
एक बयान के अनुसार, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि वे कोविन के जरिये लाभार्थियों का जिलावार अनुमान लगाकर और पहले से चिह्नित स्थलों के लिए कोवैक्सिन वितरण की योजना बनाकर टीके की आवश्यकता साझा करें।