एक राष्ट्र-एक चुनाव भाजपा समर्थन में, कांग्रेस को बैठक में बुलाया नहीं
दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 जून
मोदी सरकार के ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ के विजन को लेकर बनाई गयी संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी वर्किंग तेज कर दी है। सभी राज्यों के सियासी दलों से फीडबैक लेने की कड़ी में सोमवार को न्यू चंडीगढ़ में हरियाणा की राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों के साथ लंबी बैठक हुई। सत्तारूढ़ भाजपा खुलकर एक राष्ट्र-एक चुनाव का समर्थन करती नजर आई। वहीं, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रमुख चांदवीर हुड्डा ने कहा कि पार्टी को इस बैठक के लिए आमंत्रित ही नहीं किया गया। आम आदमी पार्टी (आप) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक राष्ट्र-एक चुनाव का विरोध किया। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के प्रतिनिधियों ने कई तरह की चिंता जाहिर की। दोनों दलों ने एक राष्ट्र-एक चुनाव का सशर्त समर्थन किया है। विपक्षी दलों ने ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव करवाए जाने की मांग भी बैठक के दौरान उठाई।
भाजपा की ओर से सीएम नायब सिंह सैनी और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली बैठक में पहुंचे। इस दौरान सीएम ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक भारत-श्रेष्ठ भारत की दूरदर्शी सोच का हिस्सा है। यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक सशक्त और समन्वित लोकतंत्र की दिशा में राष्ट्रीय दृष्टिकोण है। हरियाणा सरकार इस पहल का सैद्धांतिक समर्थन करती है और इसके प्रभावी क्रियान्वयन से देश को बहुआयामी लाभ मिलेंगे।
सीएम सैनी ने कहा कि बार-बार चुनाव कराए जाने से विकास कार्य बाधित होते हैं। प्रशासनिक मशीनरी चुनावों में व्यस्त हो जाती है और आम-जन पर इसका सीधा असर पड़ता है।
आप और बसपा विरोध में : बसपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण जमालपुर ने जेपीसी की बैठक के बाद कहा, ऐसा लगता है कि भाजपा मन बना चुकी है और देश पर जनविरोधी फैसला थोपना चाहती है। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि पार्टी इसके विरोध में है। उन्होंने इस बिल को संघीय ढांचे को कमजोर करने वाला बताते हुए कहा कि यह क्षेत्रीय भावनाओं को कमजोर करेगा।
इनेलो-जजपा का सशर्त समर्थन
इनेलो की ओर से बैठक में राष्ट्रीय प्रधान महासचिव प्रकाश भारती और प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सतबीर सैनी ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी की शर्तें मानी जाती हैं तो इनेलो एक राष्ट्र-एक चुनाव का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में चुनाव ईवीएम के बजाय बैलेट पेपर पर होने चाहिए। मतदान होते ही उसी दिन वोटों की गिनती होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया में बड़े सुधार होने चाहिए। वहीं जजपा की ओर से कार्यालय सचिव रणधीर सिंह ने बैठक में कहा कि उनकी पार्टी वन नेशन-वन इलेक्शन का समर्थन करती है, लेकिन इसके लिए उसके कई अहम सुझाव हैं, उन पर अमल करना चाहिए।