हिमाचल विस सत्र के पहले ही दिन विपक्ष लाया काम रोको प्रस्ताव
नेता प्रतिपक्ष का आरोप- सरकार टाल रही पंचायती राज चुनाव सीएम बोले- खुले मन से करें तैयारी
हिमाचल विधानसभा में बुधवार को शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव लाकर तीखे तेवर दिखाए। विपक्ष ने सरकार पर पंचायती राज और शहरी निकायों के चुनाव टालने का आरोप लगाया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने दावा किया कि सरकार चुनाव से भाग रही है और संविधान की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष से कहा कि वह खुले मन से चुनावी की तैयारी करें।
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार में चुनाव परिणाम स्वीकार करने का माद्दा नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि आखिर कब तक इन चुनावों को टाला जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक दिन आएगा, यह दौर समाप्त होगा। जहां हैं, वह भी छोड़ना होगा। इसलिए मन बनाकर रखें, नहीं तो जोर का धक्का लगेगा। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि वह सरकार नहीं, बल्कि एनएसयूआई चला रहे हैं। उधर, मुख्यमंत्री सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों पर हस्तक्षेप करते हुए कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव कानून की परिधि में करवाए जाएंगे। उन्होंने विपक्ष से कहा कि वे निश्चिंत होकर तैयारी करें। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाया कि वह गलत तथ्य पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘शिमला नगर निगम के चुनाव भाजपा सरकार ने 9 माह देरी से करवाए थे।’
इससे पहले प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करते हुए भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि आज संविधान दिवस है। संविधान कहता है कि पंचायती राज और शहरी निकायों के चुनाव पांच साल में करवाने हैं, लेकिन सरकार चुनाव टालने के लिए आपदा की आड़ ले रही है।
जश्न नहीं सरकार का विजन : मुख्यमंत्री
सरकार के तीन वर्ष पूरे होने और इस सिलसिले में आयोजित कार्यक्रमों को लेकर विपक्ष के जश्न मनाने के आरोपों की चर्चा में मुख्यमंत्री सुक्खू ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि सरकार के तीन साल पूरा होने पर मंडी में कोई जश्न नहीं मनाया जा रहा, बल्कि वहां सरकार का विजन दिखाया जा रहा है। यह कांग्रेस सरकार की व्यवस्था परिवर्तन का भी विजन होगा।

