नयी दिल्ली/मुंबई, 9 दिसंबर (एजेंसी)
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय यात्री उड़ानों को जहां अगले साल 31 जनवरी तक निलंबित रखने का फैसला किया है, वहीं मुंबई में संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण के दौरान 2 में नया ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया है। दो रोगियों को क्योंकि पहले से ही नये स्वरूप के संक्रमितों की संख्या में शामिल कर लिया गया है, इसलिए मुंबई में इसकी संख्या में कोई वृद्धि नहीं हुई है। उधर उड्डयन महानिदेशालय ने कोरोना वायरस स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच विगत एक दिसंबर को निर्णय किया था कि वह सेवाओं को 15 दिसंबर से बहाल नहीं करेगा। बृहस्पतिवार को इसने कहा, ‘सक्षम प्राधिकारी ने भारत से आने-जाने वाली अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 जनवरी, 2022 को रात 11 बजकर 59 मिनट तक बढ़ाने का फैसला किया है।’ कोरोना महामारी के चलते भारत में 23 मार्च, 2020 से निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय यात्री सेवाओं को निलंबित कर रखा है। हालांकि, वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से और जुलाई 2020 से चुनींदा देशों के साथ द्विपक्षीय ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत विशेष अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित हो रही हैं। भारत ने लगभग 32 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं।
दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें
केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि कोविड-19 के क्लीनिकल उपचार में उपयोग होने वाली 8 महत्वपूर्ण दवाओं का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करें। ओमीक्रोन स्वरूप के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों और टीकाकरण की प्रगति की वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उक्त निर्देश दिए।
संक्रमण के 9419 नये मरीज : देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 9419 नये मरीज सामने आने के साथ कुल मामलों की संख्या 3,46,66,241 हो गयी है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 94,742 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस अवधि में 159 और संक्रमितों की मौत हुई है। देश में कोरोना रोधी टीकों की 130.39 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। मुंबई में 211 कोविड-19 संक्रमितों के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि 2 में नया ओमीक्रोन स्वरूप है, जबकि 89% में डेल्टा ‘डेरिवेटिव’ (यौगिक) और 11 प्रतिशत में डेल्टा स्वरूप है। जिनके नमूने एकत्र किए गए थे, उनमें से किसी की भी मृत्यु नहीं हुई है।