हरियाणा अब खेती को घरों की बालकनी और छतों तक ले जाने की तैयारी में है। राज्य में जल्द ही ‘अपनी सब्जी-अपना फल’ योजना शुरू की जाएगी। इसके तहत नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे बिना कीटनाशक दवाओं के अपने घर पर ही सब्जियां और फल उगा सकें।
पंचकूला में आयोजित हरियाणा बीज विकास निगम की 51वीं वार्षिक आम बैठक में इस योजना को हरी झंडी दी गई। बैठक की अध्यक्षता चेयरमैन देव कुमार शर्मा ने की। इसमें बड़ी संख्या में शेयरधारक किसानों ने शिरकत की। बैठक में खेती और इससे आय बढ़ाने संबंधी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बीज विकास निगम का मानना है कि शहरी इलाकों में रहने वाले लोग आज रसायनमुक्त भोजन और ताजी सब्जियों की ओर तेजी से झुक रहे हैं, लेकिन स्थान की कमी उन्हें बागवानी का मौका नहीं देती। ऐसे में नयी योजना उनके लिए एक बेहतर विकल्प तैयार करेगी। इसके तहत निगम लोगों को न केवल गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराएगा, बल्कि यह भी बताएगा कि सीमित जगह में पौधों को कैसे उगाया जाए, देखभाल कैसे की जाए और बिना रासायनिक दवाओं के किस तरह प्राकृतिक तरीकों से अच्छी फसल ली जा सकती है। निगम के अधिकारियों के अनुसार, यह मॉडल शहरों में स्वास्थ्य और जीवनशैली दोनों को बेहतर बनाने का साधन बनेगा। योजना का उद्देश्य केवल खेती को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि घर-घर हरियाली, स्वच्छ वातावरण और सुरक्षित भोजन को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना है।
किसानों के लिए भी नये अवसर : बैठक में बताया गया कि निगम खेतों में उपयोग होने वाले बीजों की गुणवत्ता बढ़ाने, बिक्री केंद्रों के विस्तार और आधुनिक पैकेजिंग के माध्यम से किसानों की आय में सुधार लाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। अलग-अलग फसलों के लिए बेहतर किस्मों का उत्पादन बढ़ाने और बीजों को सीधे गांवों तक पहुंचाने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। चेयरमैन देव कुमार शर्मा ने इस दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और उन्हीं के दिशानिर्देशों के अनुरूप हरियाणा में सभी 24 फसलों की एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि हरियाणा बीज विकास निगम इस दिशा में अपनी भूमिका को और मजबूत करेगा। किसानों तक उच्च गुणवत्ता का बीज समय पर और उचित कीमत पर पहुंचाया जाएगा।
अन्य राज्यों के मॉडल से सीखने पर जोर बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए अन्य राज्यों में अपनाए गए सफल मॉडलों का अध्ययन किया जाएगा। खेती में तकनीकी हस्तक्षेप, आधुनिक मार्केटिंग मॉडल और छोटे किसानों के लिए लाभकारी कृषि योजनाओं पर गहन समीक्षा कर उन्हें हरियाणा में लागू करने की संभावनाएं तलाशने की बात भी रखी गई।
बीज बिक्री केंद्र बढ़ाए जाएंगे
किसानों को बीज और अन्य सामग्री खरीदने में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए निगम ने राज्य में बीज बिक्री केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर सहमति जताई। बैठक में किसानों की समस्याएं भी सुनी गईं और अधिकतर मामलों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया।

