नयी दिल्ली, 12 अक्तूबर (एजेंसी)
भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण ने 2 साल से 18 साल तक के बच्चों एवं किशोरों को आपात स्थिति में भारत बायोटेक का ‘कोवैक्सीन’ टीका लगाने की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने बच्चों एवं किशोरों में इस्तेमाल के लिए कोवैक्सीन के दूसरे-तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है। कंपनी ने इसके सत्यापन और आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) को आंकड़े सौंप दिए थे। कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने आंकड़ों की समीक्षा के बाद कुछ शर्तों के साथ आपात स्थितियों में बच्चों एवं किशोरों में टीके के सीमित इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की है। इन सिफारिशों को अंतिम मंजूरी के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेजा गया है।
एक सूत्र ने बताया कि शर्तों के अनुसार, कंपनी को स्वीकृत क्लीनिकल परीक्षण प्रोटोकॉल के अनुसार अध्ययन जारी रखना होगा और ताजा जानकारी/पैकेज इंसर्ट (दवा और उसके उपयोग संबंधी जानकारी देने वाला दस्तावेज, जिसे दवा के साथ मुहैया कराया जाता है), उत्पाद विशेषताओं का सारांश (एसएमपीसी) और तथ्य पत्र मुहैया कराने होंगे। कंपनी को शुरुआती 2 महीनों में पर्याप्त विश्लेषण के साथ एईएफआई (टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं) और एईएसआई (विशेष हित संबंधी प्रतिकूल घटनाओं) के आंकड़ों समेत सुरक्षा संबंधी आंकड़े हर 15 दिन में मुहैया
कराने होंगे।
गौर हो कि अब तक जायडस कैडिला के जायकोव-डी को ही औषधि नियामक से 18 साल से कम आयुवर्ग के लिए आपात उपयोग की मंजूरी मिली है। यह 12 से 18 साल तक के बच्चों व किशारों को दिया जाने वाला देश का पहला टीका होगा।
कोरोना : नये मामले 224 दिन में सबसे कम
देश में कोरोना के 14313 नये मामले सामने आये, जो बीते 224 दिन में सबसे कम हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार सुबह तक के आंकड़ों के अनुसार उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 2,14,900 रह गयी है। यह मार्च 2020 के बाद से सबसे कम संख्या है। मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 98.04 प्रतिशत हो गयी है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। वहीं, 181 संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,50,963 हो गयी है। इस बीच, कोरोना की पहचान के लिए सोमवार को 11,81,766 टेस्ट किए गये।