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अब रोहतक में एएसआई ने की आत्महत्या

सुसाइड नोट और वीडियो में दिवंगत आईपीएस पूरन कुमार पर गंभीर आरोप, डीजीपी शत्रुजीत को बताया ईमानदार

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चंडीगढ़ में मंगलवार को दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के शोक संतप्त परिवार से मिलते लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी। -ट्रिन्यू
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हरियाणा के सीनियर आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मंगलवार दोपहर रोहतक साइबर सेल के एएसआई संदीप लाठर ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। रोहतक के लाढौत-धामड रोड पर स्थित एक खेत में बने कमरे में उनका शव मिला। पुलिस को मौके से चार पन्नों का सुसाइड नोट मिला। लाठर का एक वीडियो मैसेज भी सामने आया। दोनों में उन्होंने वाई. पूरन कुमार पर जातिवाद को बढ़ावा देने, भ्रष्टाचार, ईमानदार पुलिस कर्मियों के शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। पूरन कुमार की आईएएस पत्नी और परिवार पर भी आरोप जड़े हैं। वहीं, हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी रहे नरेंद्र बिजारणिया को साफ छवि के ईमानदार अधिकारी बताया है। पुलिस ने बताया कि एएसआई संदीप कुमार ने पूरन कुमार के सहयोगी और हेड कांस्टेबल सुशील कुमार की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई थी।

एएसआई का सुसाइड सीधे तौर पर पूरन कुमार से जुड़ा है, ऐसे में अब राज्य की नायब सरकार के सामने दोहरा संकट पैदा हो गया है। सुसाइड नोट पर ‘फाइनल नोट’ लिखा है, ठीक वैसे ही जैसे वाई पूरन कुमार ने अपने आत्महत्या पत्र को ‘फाइनल नोट’ नाम दिया था।

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पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इसमें लिखा है, ‘वाई पूरन कुमार भ्रष्टाचारी अफसर था। उसके खिलाफ कई सबूत हैं। उसने जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम को हाईजैक कर लिया। मैं अपनी शहादत देकर सच्चाई की जांच की मांग कर रहा हूं। इस भ्रष्टाचारी परिवार को छोड़ा नहीं जाना चाहिए।’ आगे लिखा है कि वाई पूरन कुमार ने आईजी रहते हुए अपने करीबी भ्रष्ट अधिकारियों की ड्यूटी लगाई। फाइलों में खामियां निकालकर कर्मचारियों से पैसे वसूले और महिला स्टाफ को ट्रांसफर का डर दिखाकर ज्यादती की। वहीं, वीडियो में लाठर कहते नजर आ रहे हैं कि सिस्टम को कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए तोड़ रहे हैं, मैं सच्चाई के लिए अपनी जान दे रहा हूं।

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एक सप्ताह में दो पुलिस अधिकारियों की आत्महत्याओं ने पूरे सिस्टम को झकझोर दिया है। लाठर की आत्महत्या की खबर मिलते ही डीजीपी कार्यालय और गृह विभाग में हड़कंप मच गया। देर रात तक वरिष्ठ अधिकारी रोहतक में डेरा डाले रहे। सूत्रों के अनुसार, गृह विभाग ने सुसाइड नोट की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं। इस बीच, आईपीएस पूरन आत्महत्या मामले में जांच के लिए एसआईटी रोहतक पहुंची और दस्तावेज अपने कब्जे में लिए।

परिवार ने शव सौंपने से किया इनकार : लाठर के परिवार ने पुलिस को उनका शव पोस्टमार्टम के लिए सौंपने से इनकार कर दिया। परिजन उनके शव को अपने साथ गांव ले गए। उनका कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सामने रखे, उसके बाद ही पोस्टमार्टम कराएंगे। जींद के जुलाना कस्बे के संदीप के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। 15 अगस्त को मुख्यमंत्री ने संदीप को ईमानदारी के लिए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया था।

न्याय की लड़ाई को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाएंगे : राहुल

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे और उन्होंने वाई. पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार व परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि न्याय की इस लड़ाई को कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर तक ले जाएगी। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी परिवार से मिले और भरोसा दिया कि जो भी दोषी होंगे, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।

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पूरन कुमार के पोस्टमार्टम के लिए चंडीगढ़ पुलिस पहुंची कोर्ट

आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार ने आठवें दिन भी उनके पोस्टमार्टम की इजाजत नहीं दी। चंडीगढ़ पुलिस ने अब इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस की ओर से दायर याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम में देरी के कारण महत्वपूर्ण सबूत कमजोर पड़ रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने अदालत में एक अन्य याचिका दायर कर मृतक के लैपटॉप की बरामदगी और जांच की अनुमति मांगी है, जिससे घटना से जुड़ी डिजिटल जानकारी सामने आ सके। पुलिस ने हरियाणा सरकार को भी नोटिस और पत्र जारी किए हैं, जिनमें जांच से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।

ओपी सिंह ने संभाली हरियाणा पुलिस की कमान

हरियाणा पुलिस में सोमवार देर रात बड़ा प्रशासनिक बदलाव हुआ। एडीजीपी वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामले की गूंज के बीच राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को अचानक छुट्टी पर भेज दिया है। उनके स्थान पर 1992 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह को पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। मंगलवार सुबह गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा की तरफ से जारी अधिसूचना के बाद ओपी सिंह ने पंचकूला स्थित पुलिस मुख्यालय में पदभार संभाल लिया। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कपूर फोर्स लीव पर हैं या सामान्य अवकाश पर और यह अवकाश कितने दिनों का है। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने यह निर्णय गंभीर प्रशासनिक दबाव और जनभावनाओं को देखते हुए लिया। ओपी सिंह फिलहाल हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक हैं। उनके पास फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री, मधुबन के निदेशक और हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख का भी चार्ज है। शत्रुजीत कपूर का कार्यकाल अक्तूबर 2026 तक है, जबकि ओपी सिंह दिसंबर 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के रहने वाले ओपी सिंह दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं।

लुधियाना में एएसआई ने खुद को गोली मारी, मौत

लुधियाना ( निस) : लुधियाना रेंज के डीआईजी के साथ तैनात 50 वर्षीय एएसआई ने मंगलवार सुबह रानी झांसी रोड स्थित डीआईजी आवास पर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। उनके तीन बच्चे कनाडा में रहते हैं। सिविल लाइंस के सहायक पुलिस आयुक्त गुरइकबाल सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि जिस समय गोली चली उस समय वह अपना रिवाल्वर साफ कर रहे थे। इसे एक्सीडेंटल फायर मानने से इनकार नहीं किया गया है।

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