‘वीर सावरकर पुरस्कार’ के लिए नाम हुआ घोषित, थरूर बाले- स्वीकार नहीं
इससे पहले कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने तिरुवनंतुरम में संवाददाताओं से कहा कि शशि थरूर समेत पार्टी के किसी भी सदस्य को वीर सावरकर के नाम पर कोई पुरस्कार स्वीकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि ‘वह अंग्रेजों के सामने झुक गए थे'।
थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘पुरस्कार के स्वरूप, इसे प्रदान करने वाले संगठन या किसी अन्य प्रासंगिक जानकारी के बारे में स्पष्टीकरण के अभाव में, आज कार्यक्रम में मेरी उपस्थिति या पुरस्कार स्वीकार करने का प्रश्न ही नहीं उठता।’ उन्होंने कहा कि मंगलवार को केरल जाने पर उन्हें मीडिया में जारी खबरों से पता चला कि उनका नाम पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में घोषित किया गया है।
वहीं, पुरस्कार प्रदान करने वाली ‘हाई रेंज रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी-इंडिया’ के सचिव अजी कृष्णन ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद को इस मामले की जानकारी काफी पहले ही दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि सोसाइटी के प्रतिनिधियों और पुरस्कार से जुड़े निर्णायक मंडल के अध्यक्ष ने थरूर के आवास पर उनसे मुलाकात कर उन्हें आमंत्रित किया था।
