जुपिंदरजीत सिंह
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 अक्तूबर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर सहित भाजपा नेताओं के साथ गुप्त बैठक करने वाले निहंग बाबा अमन सिंह ने दावा किया है कि उन्हें सिंघु बार्डर पर धरना स्थल खाली करने के लिए कथित तौर पर 10 लाख रुपये नकद और घोड़ों की पेशकश की गई थी।
उन्होंने कहा, ‘हमने चार मांगें कीं-कृषि कानूनों को वापस लेना, एमएसपी गारंटी, 2015 से पंजाब में हो रहे बेअदबी के मामलों में न्याय और हमारे खिलाफ मामले वापस लेना। हमने उनसे कहा कि हम धरना तभी उठाएंगे जब हमारी मांगें पूरी होंगी। हमने पैसे के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। हमने अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा था। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने किसान नेताओं के साथ बैठक पर चर्चा की, निहंग बाबा ने कहा कि उन्हें ‘किसानों से बात करने की आवश्यकता नहीं है’। उन्होंने कहा,“मैं तोमर से मिलने अकेला नहीं गया था। हमारे ‘फौज’ के कम से कम 10 सदस्य मेरे साथ थे।’
उन्होंने यह भी कहा कि सिंघु सीमा पर धरना जारी रखना है या नहीं, यह तय करने के लिए संप्रदाय के वरिष्ठ पदाधिकारी 27 अक्तूबर को नई दिल्ली में बैठक करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बैठक में तोमर के अलावा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी मौजूद थे। बाबा ने कहा कि वे बेअदबी की घटनाओं में न्याय के लिए धार्मिक युद्ध लड़ रहे हैं और किसानों के लिए धरने पर नहीं बैठे हैं।