नयी दिल्ली, 6 मई (एजेंसी)
भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के साथ-साथ दोहरे अंशदान करार पर भी मंगलवार को बात बन गयी। इन समझौतों से दोनों देशों में व्यापार, निवेश और रोजगार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के पीएम केअर स्टार्मर से फोन पर बात होने के बाद इन समझौतों के संपन्न होने की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के रूप में, भारत और ब्रिटेन ने दोहरे अंशदान समझौते के साथ एक महत्वाकांक्षी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करेंगे। दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन एवं नवोन्मेषण को बढ़ावा देंगे।’
ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं के साथ गठबंधनों को मजबूत करना और व्यापार करने में आने वाली कठिनाइयों को कम करना, एक मजबूत और अधिक सुरक्षित अर्थव्यवस्था प्रदान करने के लिए उनकी परिवर्तन योजना का हिस्सा है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा, ‘यह ऐतिहासिक समझौता यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद से ब्रिटेन का सबसे बड़ा व्यापारिक समझौता है, जबकि भारत द्वारा अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी समझौता है।’
भारत ने कहा कि ‘संतुलित, न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी’ एफटीए के संपन्न होने से द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि, रोजगार के नये अवसर पैदा होने, जीवनस्तर में सुधार और दोनों देशों में नागरिकों की समग्र बेहतरी में सुधार होने की उम्मीद है। बयान के मुताबिक, ‘यह समझौता दोनों देशों के लिए वैश्विक बाजारों के लिए उत्पादों और सेवाओं को संयुक्त रूप से विकसित करने की नयी संभावनाओं के भी द्वार खोलेगा।’