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नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ : हाथगाड़ियों पर ढोए गए शव, कुलियों की आंखों देखी

आंखों देखा हाल: "जूते-चप्पल बिखरे थे, लोगों की चीखें गूंज रही थीं" नयी दिल्ली, 16 फरवरी (एजेंसी) नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन शनिवार देर रात एक भयावह हादसे का गवाह बना। प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के आगमन पर अचानक मची भगदड़...
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आंखों देखा हाल: "जूते-चप्पल बिखरे थे, लोगों की चीखें गूंज रही थीं"

नयी दिल्ली, 16 फरवरी (एजेंसी)

नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन शनिवार देर रात एक भयावह हादसे का गवाह बना। प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के आगमन पर अचानक मची भगदड़ में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 12 से अधिक यात्री घायल हो गए। स्टेशन पर काम करने वाले कुलियों ने बताया कि शवों को हाथगाड़ियों पर रखकर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया।

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स्टेशन पर कुली के रूप में काम करने वाले कृष्ण कुमार जोगी ने बताया, “जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आई, तो फुटओवर ब्रिज पर इतनी भीड़ हो गई कि लोग सांस तक नहीं ले पा रहे थे। कुछ लोगों का दम घुट गया और वहीं गिर पड़े। मैंने खुद देखा कि करीब 10-15 लोगों की जान चली गई।”

एक अन्य कुली बलराम ने बताया, “हमने सामान उठाने वाली हाथगाड़ियों पर शवों को रखा और एंबुलेंस तक पहुंचाया। मैं 15 साल से कुली हूं, लेकिन इतनी खतरनाक भीड़ कभी नहीं देखी। बच्चे रो रहे थे, बुजुर्ग गिर रहे थे, हर तरफ अफरातफरी थी।”

कैसे मची भगदड़? रेलवे ने बताई वजह

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने घटना पर सफाई देते हुए कहा, “फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म 14 और 15 की ओर उतरते समय कुछ यात्री फिसल गए, जिसके बाद लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे और भगदड़ मच गई।”

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, महाकुंभ में जाने वाली ट्रेनें खचाखच भरी थीं। जब प्रयागराज एक्सप्रेस स्टेशन पहुंची, तो हजारों श्रद्धालु एक साथ प्लेटफॉर्म पर उतर गए, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये, जबकि मामूली घायलों को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे।

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