Nepal Protest : नेपाली सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की अपील- बातचीत के जरिए संकट का हल करें प्रदर्शनकारी
Nepal Protest : नेपाली सेना व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने एक संयुक्त अपील जारी कर प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए संकट का समाधान करने का आग्रह किया। चूंकि राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री (के पी शर्मा ओली) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, इसलिए हम सभी से संयम बरतने, इस कठिन परिस्थिति में जान-माल को और नुकसान न होने देने की अपील करते हैं।
उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से राजनीतिक बातचीत के जरिए समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की भी अपील की। बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान ही व्यवस्था और स्थिरता बहाल करने का एकमात्र तरीका है। बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में नेपाली सेना प्रमुख अशोक राज सिगडेल, नेपाल सरकार के मुख्य सचिव ई. नारायण आर्यल, गृह सचिव गोकर्ण दावडी, सशस्त्र पुलिस बल के प्रमुख राजू आर्यल, पुलिस महानिरीक्षक चंद्र कुबेर खापुंग और राष्ट्रीय जांच विभाग के प्रमुख हुतराज थापा शामिल हैं। यह अपील ऐसे समय में की गई है, जब प्रदर्शनकारियों ने संसद, सिंह दरबार परिसर, सुप्रीम कोर्ट, राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के आवास में आग लगा दी।
काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी के मेयर बालेन शाह ने एक अलग बयान में सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। उनका यह बयान प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की घोषणा के तुरंत बाद आया। उन्होंने सभी से सेना प्रमुख से बातचीत के लिए तैयार रहने को भी कहा, लेकिन जोर देकर कहा कि पहले संसद भंग होनी चाहिए। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि हमने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया था- यह पूरी तरह से ‘जेन जी' का आंदोलन है। प्रिय ‘जेन-जी', आपके उत्पीड़क का इस्तीफा पहले ही आ चुका है। अब, कृपया शांत रहें।
आंदोलनकारी युवकों ने पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस प्रमुख शेर बहादुर देउबा के काठमांडू के पूर्व में बूढ़ा नीलकंठ स्थित घर को जला दिया। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें प्रदर्शनकारियों को देउबा और उनकी पत्नी एवं पूर्व विदेश मंत्री आरजू राणा को उनके आवास से बंधक बनाते हुए देखा जा सकता है। इस झड़प में उन्हें मामूली चोटें आई हैं।