Nepal Landslide : PM मोदी ने नेपाल में हरसंभव सहायता का दिया आश्वासन, भूस्खलन में अब तक 51 लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेपाल में भारी बारिश के कारण हुई जान-माल की क्षति पर रविवार को दुख जताते हुए कहा कि एक मित्र पड़ोसी एवं सबसे पहले मदद देने वाले देश के रूप में भारत हर प्रकार की आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि नेपाल में भारी बारिश के कारण हुई जान-माल की क्षति दुखद है। हम इस कठिन समय में नेपाल के लोगों और उसकी सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि एक मित्रवत पड़ोसी और सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वाले के रूप में भारत आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्वी नेपाल में विभिन्न स्थानों पर कल रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ आई, जिसके कारण रविवार सुबह तक कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई। सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के प्रवक्ता कालिदास धौवजी ने बताया कि पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण कोशी प्रांत में इल्लम जिले के विभिन्न स्थानों पर कम से कम 37 लोगों की मौत हुई है।
एनडीआरआरएमए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि मानसून काउंटर कमांड पोस्ट के निर्णय के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्गों के बीच में रुकी आपातकालीन सेवाओं, माल परिवहन, यात्री वाहनों और छोटी दूरी के वाहनों को स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में सड़कों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने गंतव्य की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। हलांकि, अगले आदेश तक जोखिम भरी सड़कों और राजमार्गों पर रात में वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है।
नेपाली अधिकारियों ने शनिवार को लगातार बारिश और अगले 3 दिनों तक भूस्खलन की संभावना के कारण काठमांडू से वाहनों के प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध लगा दिया। बागमती और पूर्वी राप्ती नदियों के आसपास के क्षेत्रों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया गया। मानसून के सक्रिय रहने के कारण शुक्रवार रात से काठमांडू और देश के अन्य हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। खराब मौसम के कारण शनिवार को भी त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) से घरेलू उड़ानें रोक दी गईं।