नयी दिल्ली, 1 मार्च (एजेंसी)
भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) कोलकाता के अनुसंधानकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि नीम के पेड़ की छाल से निकलने वाला अर्क कोविड-19 के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने में मदद कर सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि छाल के अर्क ने मलेरिया, पेट और आंतों के अल्सर, त्वचा रोगों तथा कई अन्य बीमारियों के इलाज में मदद की है। हाल में पत्रिका ‘वायरोलॉजी’ में प्रकाशित नवीनतम अध्ययन से पता चलता है कि नीम की छाल के घटक विषाणु संबंधी प्रोटीन की एक विस्तृत शृंखला को लक्षित कर सकते हैं, जिससे कोरोना वायरस सहित इसके उभरते स्वरूपों के खिलाफ विषाणु रोधी तत्व के रूप में इसकी क्षमता का पता चलता है। कोलकाता के अनुसंधानकर्ताओं ने पशु मॉडल में अर्क का परीक्षण किया जिससे इसमें कोरोना वायरस के खिलाफ विषाणु रोधी गुण मिले।