NCNO-2025 : न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी सम्मेलन का धमाकेदार आगाज, विशेषज्ञों की चर्चाओं और डिजिटल नवाचारों ने बढ़ाया आकर्षण
विवेक शर्मा/चंडीगढ़, 7 फरवरी
NCNO-2025 : न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी के क्षेत्र में नई खोजों, आधुनिक तकनीकों और क्लिनिकल केस स्टडीज़ पर केंद्रित नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी (NCNO-2025) का भव्य आगाज पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के भार्गव ऑडिटोरियम में हुआ। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में देश-विदेश के विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और डॉक्टरों ने भाग लिया, जहां न्यूरोलॉजिकल विकारों के निदान और उपचार से संबंधित नवीनतम जानकारियां साझा की गईं।
पीजीआईएमईआर के निदेशक और न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रो. विवेक लाल के नेतृत्व में इस सम्मेलन का उद्घाटन हुआ। पहले दिन विभिन्न वर्कशॉप, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और डिजिटल नवाचारों के जरिए न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी के जटिल पहलुओं को सरल और व्यावहारिक रूप से समझाया गया।
बोटुलिनम टॉक्सिन : लाइव डेमोंस्ट्रेशन ने बटोरी सुर्खियां
पहले दिन की सबसे चर्चित कार्यशाला "हैंड्स-ऑन वर्कशॉप ऑन बोटुलिनम टॉक्सिन" रही, जिसका संचालन डॉ. साहिल मेहता ने किया। इस सत्र में विशेषज्ञों ने बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन की लाइव डेमोंस्ट्रेशन दी और इसके उपयोग की बारीकियां साझा कीं। यह कार्यशाला विशेष रूप से चिकित्सकों और शोधकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण रही, क्योंकि इसमें उन्होंने स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया को समझने के साथ-साथ अपने प्रश्नों का समाधान भी पाया।
‘शेड्स ऑफ ग्रे’ : न्यूरो-इमेजिंग को समझने की अनूठी पहल
एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे न्यूरो-इमेजिंग उपकरण न्यूरोलॉजिकल विकारों की पहचान में अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन इनके निष्कर्ष कई बार जटिल होते हैं। इस चुनौती को आसान बनाने के लिए "शेड्स ऑफ ग्रे – न्यूरोरेडियोलॉजी इन न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी" नामक सत्र आयोजित किया गया।
इस सत्र में विशेषज्ञों ने इंटरएक्टिव केस स्टडीज़ के माध्यम से जटिल न्यूरो-इमेजिंग निष्कर्षों को सरल भाषा में समझाया, जिससे प्रतिभागियों को क्लिनिकल प्रैक्टिस में इन तकनीकों का अधिक प्रभावी उपयोग करने में सहायता मिलेगी।
क्लिनिकल ट्रायल्स से उपचार की नई संभावनाएं
"द ट्रायल हब" नामक सत्र सम्मेलन का एक और मुख्य आकर्षण रहा। इसमें ऑप्टिक न्यूराइटिस, इडियोपैथिक इंट्राक्रानियल हाइपरटेंशन (IIH) और लीबर हेरिडिटरी ऑप्टिक न्यूराइटिस से संबंधित महत्वपूर्ण क्लिनिकल ट्रायल्स के नतीजों को प्रस्तुत किया गया।
विशेषज्ञों ने इन विकारों के लिए नवीनतम शोधों और संभावित उपचार विधियों पर गहन चर्चा की, जिससे डॉक्टरों और शोधकर्ताओं को क्लिनिकल प्रैक्टिस में इन निष्कर्षों का बेहतर उपयोग करने में सहायता मिलेगी।
विश्वभर के विशेषज्ञों ने साझा किए अपने अनुभव
NCNO-2025 में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई प्रमुख विशेषज्ञों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए, जिनमें शामिल थे:
प्रो. डिग्रे और प्रो. फ्रीडमैन (यूएसए)
प्रो. फियोना कॉस्टेलो और प्रो. आसुरी प्रसाद (कनाडा)
प्रो. अकी कावासाकी (स्विट्जरलैंड)
इन विशेषज्ञों ने न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी के नवीनतम शोध, जटिल केस स्टडीज़ और उपचार विधियों पर अपने विचार रखे। उनके व्याख्यानों ने प्रतिभागियों को नई चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने और न्यूरोलॉजिकल विकारों के उपचार में नवीन तकनीकों का बेहतर उपयोग करने की प्रेरणा दी।
नेत्र गति विकारों पर केंद्रित ‘मास्टरिंग द एबनॉर्मल आई मूवमेंट्स’ सत्र
‘मास्टरिंग द एबनॉर्मल आई मूवमेंट्स’ नामक सत्र में निस्टैग्मस और अन्य नेत्र गति विकारों की पहचान और उपचार विधियों पर चर्चा हुई। इसमें वास्तविक मरीजों के वीडियो के माध्यम से इन विकारों को समझाया गया, जिससे चिकित्सकों को इनकी सटीक पहचान करने और बेहतर उपचार विधि अपनाने में सहायता मिली।
डिजिटल नवाचार : पहली बार ऐप-बेस्ड क्विज़ से जुड़ा सम्मेलन
इस बार NCNO-2025 में पहली बार एक "रोलिंग ऐप-बेस्ड क्विज़" शुरू की गई, जिससे प्रतिभागी पूरे दिन विभिन्न विषयों पर प्रशनोत्तरी (क्विज़) के जरिए अपनी जानकारी को परख सकते थे।
इस डिजिटल इनोवेशन ने सम्मेलन को और अधिक रोचक और प्रतिस्पर्धात्मक बना दिया, क्योंकि प्रतिभागी न केवल नई जानकारियां हासिल कर रहे थे, बल्कि अपनी समझ का मूल्यांकन भी कर सकते थे।
दिन का समापन "द ग्रैंड फिनाले क्विज़ – ऑल आइज ऑन यू" के साथ हुआ, जहां विशेषज्ञों और प्रतिभागियों ने न्यूरो-ऑफ्थल्मोलॉजी से जुड़े सवालों का उत्तर देकर अपनी ज्ञान क्षमता का प्रदर्शन किया।
सम्मेलन का पहला दिन जबरदस्त सफलता के साथ संपन्न
NCNO-2025 का पहला दिन ज्ञान, विज्ञान और तकनीकी नवाचारों का शानदार समागम साबित हुआ।
हाइलाइट्स :
✔ लाइव डेमोंस्ट्रेशन और इंटरएक्टिव केस स्टडीज़
✔ न्यूरो-इमेजिंग पर गहन चर्चा
✔ महत्वपूर्ण क्लिनिकल ट्रायल्स के निष्कर्ष प्रस्तुत
✔ डिजिटल क्विज़ के जरिए रियल-टाइम लर्निंग