राष्ट्रीय हित सर्वोपरि, तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और नीतिगत मोर्चे पर राष्ट्रीय हित सर्वोपरि हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘मृत’ बताने और 7 अगस्त से भारतीय वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के बाद, पहली बार पीएम मोदी ने सार्वजनिक मंच से कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और उसे अपने हितों के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था इस समय अनेक अनिश्चितताओं और अस्थिरता के माहौल का सामना कर रही है। ऐसे में दुनिया के देश अपने-अपने हितों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसलिए, भारत को अपने आर्थिक हितों के प्रति सजग रहना चाहिए। हमारे किसान, लघु उद्योग, नौजवानों के रोजगार, इनका हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सरकार इस दिशा में हर प्रयास कर रही है, लेकिन देश के नागरिक के रूप में भी हमारे कुछ दायित्व हैं।’ उन्होंने सभी से स्वदेशी का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा, हमें ‘वोकल फार लोकल’ मंत्र अपनाना होगा। हम उन वस्तुओं को खरीदेंगे, जिसे बनाने में किसी न किसी भारतीय का पसीना बहा है। जो वस्तु भारत के लोगों ने बनाई है, भारत के लोगों के कौशल से बनी है।
महादेव के आशीर्वाद से पूरा हुआ बदले का वादा
प्रधानमंत्री ने कहा, महादेव के आशीर्वाद से हमारी बेटियों के ‘सिंदूर’ का बदला लेने का मेरा वादा पूरा हुआ। मैं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को महादेव के चरणों में समर्पित करता हूं। भगवान शिव के प्रचंड ‘रुद्र’ रूप का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दुनिया को देश की ताकत दिखाई और एक स्पष्ट संदेश दिया कि जो कोई भी भारत पर हमला करने की हिम्मत करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी इस बात को पचा नहीं पा रहे कि भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 2183.45 करोड़ रुपये की 52 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। उन्होंने पीएम-किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त भी जारी की।