मुरैना, 12 जनवरी (एजेंसी)
मध्यप्रदेश में मुरैना जिले के दो गांवों में सोमवार रात को कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गयी और 7 लोग गंभीर रूप से बीमार हो गये। पुलिस महानिरीक्षक राजेश हिंगनकर ने बताया कि धारा 304 और आबकारी अधिनियम के संबद्ध धाराओं में मामला दर्ज किया गया है तथा जांच और पूछताछ के लिये कुछ व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है। घटना को गंभीरता से लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट में मुरैना के जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित करने की घोषणा की। चौहान ने ट्वीट किया, ‘मुरैना की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखदायी है। मामले की जांच जारी है, लेकिन प्रथम दृष्टया सुपरविजन में लापरवाही बरतने पर जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित किया गया है।’ इस बीच, अवैध शराब के सेवन से 12 लोगों की मौत होने और सात अन्य के बीमार होने पर एक पुलिस अधिकारी को भी निलंबित किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच के लिये एक दल वहां भेजा जा रहा है। मिश्रा ने ट्वीट में कहा, ‘मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की घटना बेहद दुखद और पीड़ादायक है। इस मामले में संबंधित थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। जांच के लिये अलग से एक दल भी भेजा जा रहा है। घटना के लिए जिम्मेदार कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।’
शिवराज जी, शराब माफिया आखिर कब तक यूं ही लोगों की जान लेता रहेगा : कमलनाथ
इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार को पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘शराब माफियाओं का कहर जारी। उज्जैन में 16 जान लेने के बाद अब मुरैना में शराब माफियाओं ने 10 के करीब लोगों की जान ले ली। शिवराज जी, शराब माफिया आखिर कब तक यूं ही लोगों की जान लेते रहेंगे? सरकार बीमार लोगों का समुचित इलाज करवाये और पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद करे।’ कमलनाथ ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) माफिया के खिलाफ कार्रवाई को लेकर झूठे दावे कर रहे हैं।