Morni Landslide: मोरनी में भूस्खलन से कई गांवों का संपर्क टूटा, घग्गर नदी खतरे के निशान पर
Morni Landslide: चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश ने त्रिसिटी क्षेत्र में आपात स्थिति जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। बुधवार सुबह पंचकूला जिले के मोरनी क्षेत्र में भूस्खलन की बड़ी घटना हुई, जिससे रायपुररानी-मोरनी मार्ग बंद हो गया और कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया।
भूस्खलन के कारण सड़क पर भारी मात्रा में मिट्टी, पत्थर और पेड़ गिर गए, जिससे न केवल यातायात ठप हुआ, बल्कि पैदल आवाजाही भी असंभव हो गई है। इससे पहले भी मोरनी हिल्स ऐसे हादसों का गवाह बन चुका है। मोरनी हिल्स से होकर गुजरने वाली कोटी नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इसमें हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों से आ रहे पानी ने बहाव तेज कर दिया है। स्थिति गंभीर होती जा रही है क्योंकि पानी का दबाव निचले क्षेत्रों में पहुंचने लगा है।
घग्गर नदी पर मंडरा रहा खतरा
पंचकूला की जिला उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि हिमाचल व हरियाणा में हो रही लगातार बारिश से घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। यह नदी चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के कुछ इलाकों से होकर गुजरती है और जलभराव की स्थिति बना सकती है।
प्रशासन सतर्क, कंट्रोल रूम सक्रिय
जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपात कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है। किसी भी आपदा, फंसे होने या जानकारी के लिए नागरिक फोन नंबर 0172-2562135 पर संपर्क कर सकते हैं। उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने जनता से अपील की है कि नदी, नालों या पुलों के पास न जाएं, बहते जल को देखने या वीडियो बनाने की कोशिश खतरनाक हो सकती है। जलभराव वाले इलाकों में जाने से बचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित करें।