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सात करोड़ से अधिक आईटीआर दाखिल, अंतिम दिन तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायतें

आयकर विभाग ने सोमवार को कहा कि सात करोड़ से अधिक इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) दाखिल हो चुके हैं। रिटर्न दाखिल करने के अंतिम दिन विभाग के पोर्टल पर बड़ी संख्या में लोगों ने लॉगइन किया। इस बीच, इंटरनेट यूजर्स...
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आयकर विभाग ने सोमवार को कहा कि सात करोड़ से अधिक इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) दाखिल हो चुके हैं। रिटर्न दाखिल करने के अंतिम दिन विभाग के पोर्टल पर बड़ी संख्या में लोगों ने लॉगइन किया। इस बीच, इंटरनेट यूजर्स को तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और उन्होंने सोशल मीडिया पर गड़बड़ियों की शिकायत की। आईटीआर दाखिल करने की समयसीमा 15 सितंबर से आगे बढ़ाने की मांग भी की गयी। दूसरी ओर आयकर विभाग ने स्पष्ट किया कि अंतिम तिथि 15 सितंबर से आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। विभाग ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के विपरीत उसने आईटीआर भरने की अंतिम तारीख को आगे नहीं बढ़ाया है। विभाग ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक बयान को फर्जी करार दिया, जिसमें कहा गया था कि आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई है। विभाग ने करदाताओं से किसी भी सूचना के लिए केवल @IncomeTaxIndia हैंडल पर भरोसा करने का अनुरोध किया।

थोक मुद्रास्फीति चार महीने के उच्चतम स्तर पर

खाद्य पदार्थों और विनिर्मित वस्तुओं के दाम में मामूली वृद्धि के कारण थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में चार महीने के उच्चतम स्तर 0.52 प्रतिशत पर रही। हालांकि, इस दौरान ईंधन और बिजली क्षेत्र में नरमी देखी गई। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। थोक मुद्रास्फीति जुलाई और जून में क्रमशः शून्य से 0.58 प्रतिशत नीचे और शून्य से 0.19 प्रतिशत नीचे रही थी। पिछले साल अगस्त में यह 1.25 प्रतिशत के स्तर पर थी। उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘अगस्त, 2025 में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों, गैर-खाद्य पदार्थों, विनिर्माण क्षेत्र, गैर-धात्विक खनिज उत्पादों और परिवहन उपकरणों की कीमतों में वृद्धि के चलते हुई।’ डब्ल्यूपीआई आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में खाद्य पदार्थों की महंगाई में 3.06 प्रतिशत की कमी आई, जबकि जुलाई में इसके दाम 6.29 प्रतिशत घटे थे। इस दौरान सब्जियों की कीमतों में तेजी देखी गई। विनिर्मित उत्पादों के मामले में मुद्रास्फीति अगस्त में 2.55 प्रतिशत रही, जबकि पिछले महीने यह 2.05 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली क्षेत्र में अगस्त में महंगाई में 3.17 प्रतिशत की कमी आई, जबकि जुलाई में यह 2.43 प्रतिशत थी।

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