Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

मानसून : हिमाचल-उत्तराखंड में कई मार्ग अब भी अवरुद्ध

मंडी में बादल फटने से मरने वालों की संख्या 13 हुई, केदारनाथ यात्रा स्थगित
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

शिमला/रुद्रप्रयाग, 3 जुलाई (एजेंसी)

मानसून की भारी बारिश के बाद हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की कई सड़कें अब भी अवरुद्ध हैं। रास्तों को खोलने का प्रयास जारी है, लेकिन मौसम विभाग ने आगामी एक-दो दिनों में और भीषण वर्षा का अलर्ट जारी किया है। उधर, भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा फिलहाल बंद कर दी गयी है। अधिकारियों का कहना है कि प्रतिकूल मौसम राहों की रुकावट दूर करने में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

Advertisement

इस बीच, हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से संबंधित घटनाओं में दो और शव बरामद होने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जबकि 29 लापता लोगों की तलाश जारी है। गौर हो कि मंडी जिले के विभिन्न हिस्सों में मंगलवार को बादल फटने की दस घटनाएं हुईं, तीन बार अचानक बाढ़ आई और एक स्थान पर भूस्खलन हुआ। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह दो शव बरामद किए गए। सात शव गोहर से, पांच थुनाग से और एक शव मंडी जिले के करसोग उपमंडल से बरामद किया गया। आपदाओं में 150 से ज़्यादा घर, 104 मवेशी शेड, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। बाढ़ आने के कारण मनाली-केलांग मार्ग अवरुद्ध हो गया है और यातायात का मार्ग रोहतांग दर्रे से परिवर्तित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सड़कें साफ करने के लिए लोगों और मशीनरी को तैनात किया है। एसईओसी ने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य में कुल 261 सड़कें बंद हैं।

उधर, उत्तराखंड में सोनप्रयाग के पास मुनकटिया में बारिश के कारण भूस्खलन हुआ जिसके बाद केदारनाथ यात्रा बंद कर दी गई। पुलिस ने बताया कि गौरीकुंड से लौट रहे कुछ तीर्थयात्री क्षेत्र में फंस गए थे लेकिन राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कर्मचारियों ने उन्हें वहां से निकाला और सुरक्षित सोनप्रयाग पहुंचाया।

Advertisement
×