मानसून पूरे वेग में, हिमाचल और कश्मीर में बर्फबारी
दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में मानसून जहां पूरे वेग में है, वहीं उत्तर भारत की ओर भी इसकी रफ्तार फिलहाल ठीक है। उधर, कश्मीर के कुछ इलाकों में जून की शुरुआत तक भी बर्फबारी ने सबको चौंकाया है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले में गुरेज घाटी के तुलैल और रजदान टॉप, दक्षिण कश्मीर के शोपियां में पीर की गली, श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जोजिला पास और अन्य ऊंचे क्षेत्रों में खूब बर्फबारी हुई। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के भी ऊंचाई इलाकों में बर्फबारी की सूचनाएं हैं।
मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार अगले सात दिनों में पूर्वोत्तर भारत में ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इधर, उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही राजस्थान एवं उससे सटे कुछ इलाकों में आगामी दो-तीन दिनों में धूल भरी आंधी की आशंका जताई गयी है। इस बीच, शनिवार शाम से चंडीगढ़ एवं आसपास के इलाकों में मौसम बदल गया और आंधी-तूफान के साथ बौछारें पड़ीं।
असम में भूस्खलन से पांच की मौत
असम में भूस्खलन में पांच लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक भारी बारिश के कारण छह जिलों में बाढ़ आ गई है जिससे 10 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अब तक करीब 12 हजार लोगों के प्रभावित होने की खबरें हैं। यहां कई इलाकों के लिए ‘रेड अलर्ट' जारी किया गया है।
अरुणाचल प्रदेश में आई बाढ़
अरुणाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सामान्य जनजीवन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
केरल : सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया
केरल में मानसून की झमाझम जारी है। घरों में पानी घुसने के कारण सैकड़ों लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। राज्य के उत्तरी जिलों में तेज बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं और ऊंचाई वाले इलाकों व आसपास के शहरों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।