श्रीनगर, 31 मई (एजेंसी)ईडी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से मनी लांड्रिंग के एक मामले में मंगलवार को यहां तीन घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की। यह मामला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) में कथित आर्थिक अनियमितता से जुड़ा है। श्रीनगर से लोकसभा सांसद अब्दुल्ला राजबाग स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। अंदर जाने से पहले, पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात की और इस पूछताछ को जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ा। उन्होंने कहा,’मैं (समन के बारे में) ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा… चुनाव होने हैं और वे तब तक हमें परेशान करेंगे।’ करीब साढ़े तीन घंटे तक चले सवाल-जवाब के दौर के बाद उन्होंने बाहर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया।
अधिकारियों ने बताया कि 84 वर्षीय अब्दुल्ला ने 2019 में इसी मामले में अपना बयान दर्ज कराया था। अब्दुल्ला वर्ष 2001 से 2012 तक जेकेसीए के अध्यक्ष थे और 2004 से 2009 के बीच कथित वित्तीय हेराफेरी के मामले की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है। ईडी पहले ही 21 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। इसमें अब्दुल्ला की 11.86 करोड़ की अचल संपत्ति शामिल है।
ईडी ने दावा किया कि अब तक की जांच से पता चला है कि अहसान अहमद मिर्जा नामक शख्स ने जेकेसीए के अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर जेकेसीए के कोष के 51.90 करोड़ का हेरफेर किया। सीबीआई ने जेकेसीए के पूर्व पदाधिकारियों के खिलाफ 43.69 करोड़ के धन की हेराफेरी के मामले में आरोप पत्र दायर किया है।