नयी दिल्ली/अंबिकापुर, 24 अप्रैल (एजेंसी)
‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के अमेरिका में ‘विरासत कर’ संबंधी बयान पर सियासी घमासान मच गया है। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक रैली में प्रधानमंत्री ने इसे मुद्दा बनाते हुए कहा कि कांग्रेस आपके बच्चों का अधिकार छीनना चाहती है। इस बीच, पित्रोदा के बयान को उनका निजी विचार बताते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र होता है। अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाकर दूसरे संदर्भ में पेश किया जा रहा है। ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दुर्भावना और नफरत से भरे चुनाव अभियान से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है; जो सिर्फ़ झूठ पर आधारित है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कहा था कि देश के मध्यम वर्ग के लोग जो मेहनत करके कमाते हैं उन पर ज्यादा कर लगना चाहिए। अब ये लोग उससे भी एक कदम आगे चले गए हैं। कांग्रेस का कहना है कि अब वह इनहेरिटेंस टैक्स (विरासत कर) लगाएगी। कांग्रेस सरकार का पंजा उसे भी आपसे छीन लेगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मंत्र है- ‘कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब तक देश में कांग्रेस सत्ता में थी तब तक लोगों का पैसा लूटा जा रहा था, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद लोगों का पैसा उन पर खर्च किया जा रहा है।’ रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस को ‘वोट बैंक की भूखी’ पार्टी करार देते हुए फिर आरोप लगाया कि वह देश में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करना चाहती है। मोदी ने यह दावा भी किया, ‘कांग्रेस हमारे बहादुर सुरक्षा बलों का अपमान करती है। आतंकवादियों के मारे जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आंसू बहाते हैं। ऐसे कृत्यों के कारण कांग्रेस ने देश का भरोसा खो दिया है।’
यह है पूरा बयान और पित्रोदा की सफाई
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा, ‘अमेरिका में विरासत कर लगता है। अगर 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति वाले किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो इसमें से केवल 45 फीसदी उसके बच्चों को मिल सकता है। शेष 55 प्रतिशत संपत्ति सरकार के पास चली जाती है। भारत में ऐसा कानून नहीं है। …लोगों को ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी होगी।’ बयान पर घमासान मचने के बाद पित्रोदा ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘एक व्यक्ति के रूप में मैंने जो कहा, उसे ‘गोदी मीडिया’ ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया ताकि प्रधानमंत्री कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में जो झूठ फैला रहे हैं, उससे ध्यान भटका सकें। मैंने सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के रूप में उल्लेख किया था। इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है। किसने कहा कि भारत में ऐसा कुछ किया जाना चाहिए? भाजपा और मीडिया दहशत में क्यों है?’