गांधी-शास्त्री जयंती पर मोदी की श्रद्धांजलि : स्वदेशी को बताया सच्चा सम्मान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी सरकार विकसित भारत के निर्माण के लिए गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चलेगी। उन्होंने इस अवसर...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी सरकार विकसित भारत के निर्माण के लिए गांधीजी के दिखाए मार्ग पर चलेगी। उन्होंने इस अवसर पर स्वदेशी को दोनों नेताओं की सच्ची स्मृति और श्रद्धांजलि करार दिया।
Shri Lal Bahadur Shastri Ji was an extraordinary statesman whose integrity, humility and determination strengthened India, including during challenging times. He personified exemplary leadership, strength and decisive action. His clarion call of ‘Jai Jawan Jai Kisan’ ignited a… pic.twitter.com/p9zaMRh3xC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2025
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘गांधी जयंती प्रिय बापू के असाधारण जीवन को याद करने का दिन है। उन्होंने दिखाया कि कैसे साहस और सादगी समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। गांधीजी सेवा और करुणा की शक्ति को जनता को सशक्त बनाने का साधन मानते थे।’
Gandhi Jayanti is about paying homage to the extraordinary life of beloved Bapu, whose ideals transformed the course of human history. He demonstrated how courage and simplicity could become instruments of great change. He believed in the power of service and compassion as… pic.twitter.com/LjvtFauWIr
— Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2025
शास्त्री को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अनुकरणीय नेतृत्व, दृढ़ संकल्प और निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक थे। उन्होंने लिखा, ‘जय जवान, जय किसान’ का उनका आह्वान भारतीयों में देशभक्ति और आत्मनिर्भरता की भावना जगाने वाला रहा है। शास्त्री की ईमानदारी और विनम्रता ने भारत को मजबूती दी और आज भी वे प्रेरणा के स्रोत बने हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीयों द्वारा निर्मित उत्पादों को खरीदना गांधी और शास्त्री की विचारधारा को आगे बढ़ाने का वास्तविक मार्ग है। उनके अनुसार, स्वदेशी एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत की मजबूत नींव है।
गौरतलब है कि गुजरात में 1869 में जन्मे गांधी ने सत्य और अहिंसा के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम को नया रूप दिया और वैश्विक आदर्श बने। वहीं, उत्तर प्रदेश में 1904 में जन्मे शास्त्री ने प्रधानमंत्री के छोटे कार्यकाल में ही 1965 के भारत-पाक युद्ध में अपने दृढ़ नेतृत्व और ईमानदारी से सार्वभौमिक प्रशंसा अर्जित की।