Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Modi Government : महिलाओं की तरक्की, किसानों की खुशहाली का दौर; भाजपा अध्यक्ष नड्डा बोले - पीएम मोदी ने किया सपनों को साकार

मोदी सरकार ने महिलाओं, किसानों और वंचित वर्गों को सशक्त बनाया : भाजपा अध्यक्ष नड्डा
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नयी दिल्ली, 1 जून (भाषा)

Modi Government : भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने महिलाओं, किसानों और वंचित वर्गों के लिए विभिन्न कदम उठाकर उन्हें सशक्त बनाया है, जबकि अन्य सरकारें ऐसा करने के बारे में सिर्फ बातें करती रहीं।

Advertisement

नड्डा ने कहा कि देश को आर्थिक प्रगति के पथ पर लाने से लेकर 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने तक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के विचार से प्रेरणा लेते हुए समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष यहां एकात्म मानववाद पर उपाध्याय के व्याख्यानों के 60 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि सरकार ने 10 करोड़ से अधिक घरों में रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं, 12 करोड़ शौचालय बनवाए हैं और चार करोड़ पक्के घर बनाए हैं।

उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि मोदी के नेतृत्व में सरकार ने महिलाओं, किसानों और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को कैसे सशक्त बनाया है और उन्हें ‘‘मुख्यधारा'' में लाया गया है। नड्डा ने कहा, ‘‘वास्तव में गरीबों का भला किसने किया है? लोग सिर्फ नारे लगाते हैं लेकिन यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही हैं जिन्होंने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया और 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया।''

उन्होंने कहा, ‘‘किसानों पर बहुत चर्चा हुई। हर राजनेता खुद को किसान नेता बताने लगा। हालांकि, यह पहले हमारे अटल बिहारी वाजपेयी (प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान) और फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद से प्रेरणा लेते हुए किसानों की नियति बदल दी।''

Advertisement
×