नयी दिल्ली, 11 मई (एजेंसी)
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निंदक भी इस बात से सहमत दिखते हैं कि भारतीय राजनीति में उनका प्रादुर्भाव एक ‘अद्भुत घटना’ है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जिस प्रकार आजादी के आंदोलन को संभ्रांत लोगों के हाथों से लेकर उसे जन आंदोलन का स्वरूप दिया, उसी प्रकार मोदी ने विकास कार्यों को जन आंदोलन में तब्दील किया है। उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी मूल्यवान प्रवीणता का प्रभावी इस्तेमाल अपने राज्य के विकास की कहानी लिखने में किया और बाद में देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने उसे गति दी। यहां विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में ‘मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक का विमोचन करने के बाद नायडू ने कहा कि मोदी की दूरदृष्टि, उनके सपने और भारत को लेकर उनके मिशन को उनकी व्यापक यात्राओं और अंतर्दृष्टि से एक आयाम मिला। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज के समय में संभवत: दूसरा ऐसा कोई व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में नहीं है, जिसकी यात्रा मोदी के अनुभवों के बराबर हो। नायडू ने कहा कि इस पुस्तक में नरेंद्र मोदी की यात्रा का विस्तृत विवरण है कि कैसे महज 17 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और खुद को पहचानने, देश को जानने और फिर देश के कायापलट को अंजाम देने के मिशन पर निकल पड़े। उपराष्ट्रपति ने कहा कि नोटबंदी के बावजूद वह अपनी संवाद कौशल के कारण चुनाव जीत जाते हैं और लोग भी उनपर भरोसा जताते हैं।
20 वर्ष के राजनीतिक जीवन को दर्शाती किताब
यह पुस्तक प्रधानमंत्री मोदी के पिछले 20 सालों के राजनीतिक जीवन को दर्शाती है। यह प्रख्यात बुद्धिजीवियों और विशेषज्ञों द्वारा लिखित अध्यायों का संकलन है। पुस्तक में योगदान देने वालों में सुधा मूर्ति, सद्गुरु, नंदन नीलेकणी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, दिवंगत महान गायिका लता मंगेशकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, उद्योगपति उदय कोटक, अभिनेता अनुपम खेर, बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु और प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा शामिल हैं।