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Mission-2029 : BJP के 42 मंत्रियों-विधायकों के कंधों पर अब दोहरी जिम्मेदारी, विपक्षी हलकों की सौंपी कमान

विकास कार्यों के अलावा अधिकारियों की पोस्टिंग में प्रभारी विधायक की होगी भूमिका
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हरियाणा की सत्तारूढ़ बीजेपी अभी से मिशन-2029 यानी अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। इसी के तहत पार्टी के 42 मंत्रियों व विधायकों की जिम्मेदारी डबल की गई है। खुद के निर्वाचन क्षेत्रों के अलावा मंत्रियों-विधायकों को एक-एक और हलके का जिम्मा दिया है। विपक्ष वाले 42 हलकों के प्रभारी बनाए गए मंत्री-विधायक अब इन हलकों में भी सरकार के विधायक के तौर पर ही काम करेंगे।

मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में ही सभी मंत्रियों व विधायकों को उन्हें अलॉट किए गए हलके भके बारे में भी बता दिया गया। अब पार्टी द्वारा इन हलकों में किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी। विधायकों को अलॉट किए गए हलकों में महीने में कम से कम एक बार जाकर वर्करों व आम लोगों के साथ मीटिंग करनी होगी। भाजपा ने विधायकों को हलके अलॉट करते हुए क्षेत्रीय व जातिगत समीकरण भी साधे हैं।

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नब्बे सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं। प्रमुख विपक्षी दल के 37, इनेलो के 2 तथा तीन हलकों में निर्दलीय विधायक हैं। मुख्यमंत्री ने विधायक दल की बैठक में कहा कि हारी हुई सीटों में विकास कार्यों के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आम लोगों की समस्याओं को समय पर दूर किया जा सके। इतना ही नहीं, इन हलकों में पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ भी संबंधित मंत्री और विधायक कार्डिनेशन बनाकर चलेंगे। इन हलकों से भाजपा टिकट पर चुनाव लड़ने वाले नेताओं के साथ भी मंत्रियों-विधायकों का नियमित संपर्क रहेगा। अलॉट किए गए हलकों में बैठकों के जरिये विधायक यह भी जानने और समझने की कोशिश करेंगे कि 2024 के चुनावों में इन हलकों में पार्टी की हार के पीछे सबसे बड़े क्या-क्या कारण रहे।

मुख्यमंत्री को देनी होगी रिपोर्ट

विधायकों को हलकों में विकास कार्यों की जिम्मेदारी के साथ एक बड़ा राजनीतिक टॉस्क भी दिया है। 2024 में हारी गई 42 सीटों में से कुछ हलके ऐसे भी हैं, जहां बरसों से कमल नहीं खिल पा रहा है। ऐसे हलकों के प्रभारी मंत्रियों-विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे ग्राउंड पर काम करें और यह पता करें कि किस तरीके से इन सीटों पर जीत हासिल की जा सकती है। इसी रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को की जाएगी। इतना ही नहीं, ग्राउंड पर वर्किंग के दौरान मंत्री-विधायक यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि ऐसा कौन सा चेहरा है, जो भाजपा टिकट पर विपक्ष को पटकनी दे सकता है।

पसंद-नापसंद होगी अहम

विपक्ष के हलकों में नियुक्त किए गए मंत्रियों व विधायकों की पसंद-नापसंद का भी अब सरकार ख्याल रखेगी। इन हलकों में विकास कार्यों के साथ-साथ अधिकारियों की पोस्टिंग में भी संबंधित विधायकों से फीडबैक लिया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों व वर्करों को लेकर भी रिपोर्ट ली जाएगी। सरकार व पार्टी यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि संबंधित हलके में किस पदाधिकारी को आगे बढ़ाए जाने से आने वाले वक्त में राजनीतिक तौर पर फायदा मिल सकता है। हलकों में होने वाले सभी प्रकार के विकास कार्य अब प्रभारी मंत्रियों-अधिकारियों की देखरेख में होंगे। ये विधायक संबंधित हलकों में संगठन का काम भी देखेंगे।

विकास कार्यों पर भी चर्चा

बैठक में मुख्यमंत्री ने विधायकों से उनके हलकों में चल रहे विकास कार्यों पर भी रिपोर्ट ली। हलके में सड़कों के मरम्मत कार्यों के अलावा डी-प्लान के पैसे सहित कई दूसरे फंडों को लेकर सीएम से जानकारी हासिल की। विधायकों को कहा गया है कि वे उनके यहां चल रहे विकास कार्यों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें। विकास कार्यों में अगर किसी भी तरह की धांधली हो रही है या अधिकारियों द्वारा कोताही बरती जा रही है तो इसकी रिपोर्ट दें।

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