Messi Program Mismanagement : मेस्सी के कार्यक्रम में अराजकता, बंगाल पुलिस ने 6 लोगों को भेजा समन
सभी पदाधिकारी मुख्य कार्यक्रम के प्रबंधन में अलग अलग भूमिकाओं में शामिल थे
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Messi Program Mismanagement : पश्चिम बंगाल पुलिस ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं के प्रबंधन के प्रभारी 6 संगठनों के अधिकारियों को सोमवार को समन भेजा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उनके मुताबिक, स्टेडियम में दो दिन पहले दर्शकों ने बड़े पैमाने पर अराजकता और तोड़फोड़ की थी और आयोजकों पर "घोर कुप्रबंधन" का आरोप है।
स्टेडियम में दर्शकों द्वारा मचाए गए उत्पात के मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने तोड़फोड़ और पुलिसकर्मियों पर हमले के आरोप में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना के कारण स्टेडियम की संपत्ति को अनुमानित दो करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। कार्यक्रम के आयोजकों को जारी किए गए नोटिसों में सताद्रु दत्ता के प्रबंधक ललतू दास को जारी किया गया नोटिस भी शामिल है, जिसे अब कार्यक्रम के मुख्य आयोजक के रूप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
बिधाननगर पुलिस आयुक्त कार्यालय द्वारा ‘इवेंट मैनेजर' मनाली भट्टाचार्य, सुप्रिया दासगुप्ता, संबरन कर्माकर, आदित्य दास और ‘फूड डिलीवरी एग्रीगेटर' के वरिष्ठ अधिकारी अमित कुमार को भी समन भेजा गया। सभी छह पदाधिकारी स्टेडियम में आयोजित मुख्य कार्यक्रम के प्रबंधन में अलग अलग भूमिकाओं में शामिल थे। उन्हें मंगलवार को आयुक्त कार्यालय में पूछताछ के लिए उपस्थित रहने को कहा गया है।
दास ने 13 दिसंबर के कार्यक्रम से एक दिन पहले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक में आयोजक सताद्रु दत्ता का प्रतिनिधित्व किया था, जहां मानक संचालन प्रक्रियाओं पर विस्तार से चर्चा की गई थी। उनसे कार्यक्रम के आयोजन के दौरान नियमों का कथित रूप से उल्लंघन करने को लेकर पूछताछ की जाएगी। पुलिस स्टेडियम के अंदर अनधिकृत रूप से खाद्य और पेय पदार्थों की बिक्री की अनुमति देने के लिए जवाबदेही तय करने की भी कोशिश कर रही है, जिनके कंटेनरों का इस्तेमाल बाद में उग्र भीड़ ने उत्पादन मचाने के लिए किया।
इसी बीच, बिधाननगर पुलिस ने स्टेडियम में हुई हिंसा के दौरान तोड़फोड़ और सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के आरोप में पांच दर्शकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि संदिग्धों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की गई और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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