सुरेश एस. डुग्गर
जम्मू, 13 मई
एक बड़े घटनाक्रम में उन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने सामूहिक तौर पर अपनी नौकरियों से त्यागपत्र दे दिया है जिन्हें आल पीएम पैकेज के तहत कश्मीर में सरकारी नौकरियां दी गई थीं। सामूहिक त्यागपत्र की प्रतिलिपि उपराज्यपाल, पीएमओ तथा गृह मंत्रालय को भी भेजी गई हैं।
दरअसल राहुल भट्ट की हत्या को लेकर कश्मीरी पंडितों में भारी आक्रोश है। इस कारण 350 सरकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को हत्या के विरोध में इस्तीफा दे दिया। सभी ने अपना इस्तीफा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को भेज दिया है। ये सभी कश्मीरी पंडित प्रधानमंत्री पैकेज के कर्मचारी हैं। इनका कहना है कि आतंकवादियों द्वारा सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या के बाद वे घाटी में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने कश्मीरी पंडित लाल चौक पर भी आंदोलन करने का निर्णय लिया है। आल पीएम पैकेज एम्पलायज फोरम का कहना था कि इस पैकेज के तहत नियुक्त सभी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने त्यागपत्र दिया है। इस मामले पर राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चडूरा में राहुल असुरक्षित महसूस कर रहे थे। वह दो साल से स्थानीय प्रशासन से हेडक्वाटर भेजने की अपील कर रहे थे। मीनाक्षी ने बताया कि जब कश्मीर में दो टीचर्स की हत्या हुई थी, तब भी राहुल ने सुरक्षा की बात कहकर ट्रांसफर मांगा था, लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं किया गया।