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दिग्गजों की भरमार, किसके सिर सजेगा ताज

उज्ज्वल जलाली/ट्रिन्यूनयी दिल्ली, 8 फरवरी अब सबका ध्यान इस बात पर है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। चूंकि पार्टी में कई प्रमुख हस्तियां हैं जो इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, ऐसे में आलाकमान की माथापच्ची बढ़...
नयी दिल्ली स्थित भाजपा के प्रदेश दफ्तर परिसर में जीत का जश्न मनाते कार्यकर्ता। - मुकेश अग्रवाल
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उज्ज्वल जलाली/ट्रिन्यूनयी दिल्ली, 8 फरवरी

अब सबका ध्यान इस बात पर है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। चूंकि पार्टी में कई प्रमुख हस्तियां हैं जो इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं, ऐसे में आलाकमान की माथापच्ची बढ़ गयी है। साहिब सिंह वर्मा भाजपा के आखिरी प्रमुख चेहरे थे, जो 1996 में दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे। उनके बाद सुषमा 52 दिनों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं, लेकिन उसके बाद हुए चुनाव में भाजपा जीत नहीं पाई। सुषमा के अलावा भाजपा ने डॉ. हर्षवर्धन, किरण बेदी और मनोज तिवारी जैसे कई बड़े नामों के साथ प्रयोग किया, लेकिन सफल नहीं रही। पिछले कुछ समय से आम आदमी पार्टी (आप) की लहर को कोई पार्टी नहीं रोक पाई। अब जब भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटी है तो कई वादों को पूरा करने की चुनौती के साथ उसके सामने सीएम चेहरा चुनना बड़ी चुनौती है। वैसे प्रवेश वर्मा अभी सबसे ज्यादा हाईलाइट हो रहे हैं क्योंकि उन्होंने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया है। एक अन्य दावेदार रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता हो सकते हैं। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे गुप्ता संगठनात्मक कौशल और सक्षम प्रशासक के रूप में जाने जाते हैं। राजौरी गार्डन से विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा को भी दावेदार माना जा रहा है। सिरसा एक प्रमुख सिख नेता और लोकप्रिय व्यक्ति हैं। इसका असर पंजाब में भी बढ़ सकता है। संभावित नामों में दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रमुख सतीश उपाध्याय भी हैं। उन्होंने सोमनाथ भारती को हराया है।

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पांच महिलाएं पहुंची विधानसभा

इस बार सीएम आतिशी सहित पांच महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। इससे पहले वर्ष 2020 के चुनाव में यह संख्या आठ थी। आतिशी इस बार जीतने वाली आप की एकमात्र महिला उम्मीदवार हैं। भाजपा की चार महिला उम्मीदवार- रेखा गुप्ता (शालीमार बाग), पूनम शर्मा (वजीरपुर), नीलम पहलवान (नजफगढ़) और शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश) विजयी हुई हैं। इस बार मैदान में कुल 699 उम्मीदवारों में से 96 महिलाएं थीं।

भाजपा सहयोगी जदयू, और एलजेपी को नहीं मिली जीत

भाजपा के गठबंधन सहयोगी- जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) दोनों सीटों पर हार गए। भाजपा ने 70 में से 68 सीटों पर चुनाव लड़ा। बुराड़ी जदयू के शैलेंद्र कुमार और देवली एलजेपी(आरवी) के दीपक तंवर के लिए छोड़ी। दोनों उम्मीदवार आप प्रतिद्वंद्वियों से हार गए।

 

 

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