Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Manipur Violence : कांगपोकपी में शांति, लेकिन कुकी-जो समुदाय का अनिश्चितकालीन बंद जारी

इंफाल, 9 मार्च (एजेंसी) : Manipur Violence :  मणिपुर में हिंसा प्रभावित कांगपोकपी जिले में रविवार को स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन शांति बनी रही। कुकी-जो समुदाय द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। इस बंद का कारण सुरक्षाबलों...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
फाइल फोटो
Advertisement

इंफाल, 9 मार्च (एजेंसी) : Manipur Violence :  मणिपुर में हिंसा प्रभावित कांगपोकपी जिले में रविवार को स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन शांति बनी रही। कुकी-जो समुदाय द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। इस बंद का कारण सुरक्षाबलों की कार्रवाई है, जो कुकी-जो बहुल क्षेत्रों में जारी है।

शनिवार को कांगपोकपी जिले के विभिन्न हिस्सों में कुकी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़पें हुईं, जिनमें एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और महिलाओं सहित 40 से अधिक लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष उस वक्त हुआ जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी। प्रदर्शनकारियों ने भी सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके और टायरों में आग लगा दी।

Advertisement

अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग-दो (इंफाल-दीमापुर रोड) के साथ गमघीफई और कांगपोकपी के अन्य हिस्सों में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। सुरक्षाबलों की कार्रवाई को रोकने के लिए कुकी-जो संस्था 'द इंडिजनस ट्राइबल लीडर्स फोरम' (ITLF) ने अनिश्चितकालीन बंद का समर्थन किया और सभी से इस बंद को सफल बनाने की अपील की।

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए हमलों में 27 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने गोलियां चलाईं और सुरक्षाबलों ने इसका जवाब दिया। झड़प के दौरान कम से कम 16 प्रदर्शनकारी घायल हुए और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।

राज्य में इस समय जातीय हिंसा के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। मई 2023 से दोनों समुदायों के बीच जारी हिंसा में 250 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षाबलों को आदेश दिया था कि राज्य में सभी मार्गों पर मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाए, जिससे स्थिति में कुछ सुधार की उम्मीद जताई गई है।

Advertisement
×